आईपीएल 2018 में अब तक कुल 17 मुकाबले खेले जा चुके हैं। दो टीमों को छोड़ दिया जाए तो बाकी छह टीमें चार-चार मैच खेल चुकी हैं। मगर इसमें सबसे खराब किस्‍मत दिल्‍ली और बैंगलोर की रही। यह दोनों टीमें अंक तालिका में अंतिम दो स्‍थान पर हैं दोनों तीन मैच हार चुकीं जबकि सिर्फ एक जीत नसीब हुई।


नहीं बदल रही दिल्ली डेयरडेविल्स की किस्मत


पिछले 10 सालों के आईपीएल इतिहास में सबसे अनलकी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स रही है। सीजन कोई भी हो दिल्ली की किस्मत में ज्यादातर हार की लिखी हैं। फ्रेंचाइजी ने हर साल खिलाड़ी भी बदल के देखे, मगर नतीजा जस का तस रहा। आईपीएल 2018 में भी दिल्ली का हार से आगाज हुआ था। मोहाली में खेले गए मुकाबले में पंजाब ने 6 विकेट से करारी शिकस्त देकर दिल्ली का मनोबल जरूर तोड़ा है। मुंबई के खिलाफ एक मैच को छोड़ दिया जाए तो अभी तक दिल्ली को सिर्फ 20 प्रतिशत जीत मिली है। ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो दिल्ली की टीम ने आईपीएल इतिहास में अभी तक 151 मैच खेले हैं जिसमें उन्हें सिर्फ 63 जीत मिली जबकि 85 में हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली की टीम का जीत प्रतिशत 50 से भी कम है और आज तक यह टीम कभी आईपीएल चैंपियन नहीं बन पाई।पंजाब का फिलहाल सही है रिकॉर्ड

साल 2014 को छोड़ दिया जाए तो पंजाब का हाल भी दिल्ली जैसा ही रहा। आईपीएल 7 में पंजाब की टीम फाइनल तक तो पहुंच गई थी मगर वहां उन्हें केकेआर ने 3 विकेट से हरा दिया था। बस उस साल को छोड़ दिया जाए तो पंजाब के नाम भी हारे हुए मैच ज्यादा है और जीते हुए कम है। प्रीति जिंटा के सहमालिकाना हक वाली पंजाब ने अभी तक कुल 152 मैच खेले जिसमें 71 में जीत और 79 में हार झेलनी पड़ी है। ऐसा नहीं है कि पंजाब में धुरंधर प्लेयर्स की कमी हो, हर साल टीम में दो-चार बड़े नाम रहते ही हैं मगर कोई भी टीम को जीत की दहलीज तक नहीं ले जा पाता। हालांकि आईपीएल के मौजूदा सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब का अभी तक का सफर शानदार रहा है। क्रिस गेल के टीम में आते ही पंजाब का रवैया बिल्कुल बदल गया। आईपीएल 11 में पंजाब ने चार मैचों में तीन में जीत दर्ज की है और एक में हार का सामना करना पड़ा।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari