ईरान का दावा है कि उसने अपने क्षेत्र में घुसे अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया है। इसके साथ उसने यह भी कहा है कि अपनी सीमा की बचाव को देखते हुए उसे यह कदम उठाना पड़ा है।


तेहरान (एएफपी)। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम होने की बजाय बढ़ता हुआ ही नजर आ रहा है। दोनों देश युद्ध के संकेत भी दे रहे हैं। ईरान ने रेवोलुशनरी गार्ड ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने ईरान की सीमा में घुसे एक ड्रोन को मार गिराया है। रेवोलुशनरी गार्ड के प्रमुख होसेन सलामी ने कहा, 'ड्रोन को लेकर तेहरान की प्रतिक्रिया यह साफ संदेश देती है कि सीमा की रक्षा करने वाले किसी को जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे। ईरान अपनी हवाई सीमा के उल्लंघन की हर कोशिश का मजबूती से जवाब देगा।' बता दें कि रेवोलुशनरी गार्ड ने दक्षिणी प्रांत होर्मोजगन के ऊपर से उड़ रहे ड्रोन को निशाना बनाया गया। पहले भी मार गिराया था ड्रोन
सरकारी समाचार एजेंसी आइआरएनए ने बताया कि यह ड्रोन आरक्यू-4 ग्लोबल हॉक श्रेणी का था। वहीं एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ड्रोन नौसेना के एमक्यू-4सी ट्राइटन कैटगरी का था। यह ड्रोन होर्मुज जलसंधि के ऊपर अंतरराष्ट्रीय हवाई सीमा में उड़ान भर रहा था। हालांकि इससे पहले अमेरिकी सेना के प्रवक्ता ने कहा था कि अमेरिका का कोई विमान ईरान के हवाई क्षेत्र में नहीं घुसा था। अमेरिकी सेना ने हाल में ईरान द्वारा एक अमेरिकी ड्रोन के मार गिराने की पुष्टि की थी। छह जून को यमन में ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों ने भी एक अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया था।ट्रंप ने तेल टैंकर हमले के लिए ईरान को ठहराया जिम्मेदार, फिर भी हैं बातचीत करने के लिए तैयारसमझौता टूटने के बाद से ही बढ़ा तनावगौरतलब है कि पिछले साल मई में परमाणु समझौते से अमेरिका के बाहर आने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। अमेरिका ईरान पर नई शर्तो के साथ परमाणु समझौता करने का दवाब डाल रहा था, इसके लिए ट्रंप ने कुछ दिनों पहले ईरानी नेताओं के साथ सीधी बातचीत के लिए पेशकश भी रखी थी लेकिन ईरान इसके लिए तैयार नहीं हुआ। इसके बाद अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगा दिया।

Posted By: Mukul Kumar