ईरान का कहना है कि मिसाइल पर लगातार काम जारी रहेगा लेकिन उसके रेंज को बढ़ाने का हमारा कोई इरादा नहीं है। यह बात ईरान के एक बड़े अधिकारी ने कही है।

लंदन (रॉयटर्स)। ईरान को अपनी मिसाइलों की रेंज बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है लेकिन वह अपनी इस सैटेलाइट टेक्नोलॉजी को एडवांस्ड बनाने पर काम जारी रखेगा। मंगलवार को ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली शामखानी ने यह बात कही। उन्होंने कहा, 'वैसे तो हमने अपनी सैन्य मिसाइलों की सीमा बढ़ाने के लिए कोई वैज्ञानिक या ऑपरेशनल प्रतिबंध नहीं लगाया है लेकिन अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए ईरान लगातार मिसाइलों को एडवांस्ड बनाने पर काम करता रहेगा। हालांकि उनकी सीमा बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है।'
मिसाइल क्षमता से कोई समझौता नहीं
ईरान के रक्षा मंत्री ने मंगलवार को यूरोपीय देशों और अमेरिका के उन बयानों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि ईरान के मिसाइल तकनीक पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुश्मनों का कहना है कि ईरान की मिसाइल शक्ति को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाना चाहिए लेकिन हमने बार-बार कहा है कि हम राष्ट्र की मिसाइल क्षमता से कोई समझौता नहीं करेंगे। बता दें कि अमेरिका लगातार संयुक्त राष्ट सुरक्षा परिषद पर ईरान द्वारा विकसित किये जा रहे खतरनाक बैलेस्टिक मिसाइल और परमाणु परिक्षण पर प्रतिबंध लगाने का दबाव डाल रहा है। उसका कहना है कि ईरान तालिबान समेत आतंकी संगठनों की मदद करता है और दुनिया में आतंक फैलाने के लिए वो उन्हें खतरनाक हथियार सप्लाई करता है।

तकनीक का हो सकता है गलत इस्तेमाल
गौरतलब है कि मई में परमाणु समझौते से अमेरिका के बाहर आने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। अमेरिका ने ईरान पर 5 नवंबर को प्रतिबंध लगा दिया। अब वाशिंगटन ने तेहरान को अपनी सैटेलाइट-लॉन्चिंग तकनीक विकसित करने से रोकने के लिए भी कहा है, उसका कहना है कि लड़ाई के दौरान इस खतरनाक तकनीक का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।

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Posted By: Mukul Kumar