-बच्चों को लेकर पेरेंट्स पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फिर मेडिकल कॉलेज पहुंचे

-पेरेंट्स स्वास्थ्य केंद्र में अभिभावकों ने हेडमास्टर की जमकर पिटाई कर कपड़े फाड़े

 

Meerut : राली चौहान के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मिड-डे मिल के साथ आयरन की गोली खाने से 50 बच्चों की हालत बिगड़ गई। बच्चों के पेट में दर्द होने के साथ उल्टी ओर नाक से खून आने पर स्कूल के साथ पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। अभिभावक अपने बच्चों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावनपुर पहुंचे, जिन बच्चों की हालत चिंताजनक थी, उन्हें तत्काल मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया। घटना के बाद सीएमओ से लेकर बीएसए और प्रशासनिक एवं पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। इसी बीच गुस्साई भीड़ ने स्कूल के हेडमास्टर की पिटाई करते हुए कपड़े फाड़ दिए, भीड़ के कब्जे से हेडमास्टर को छुड़ाकर पुलिस थाने ले आई।

 

बच्चों की हालत नाजुक

भावनपुर थाने के राली चौहान गांव के दक्षिण छोर पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय है। जिसमें कक्षा छह से आठ तक के 130 बच्चे पढ़ते हैं। बुधवार को स्कूल के रजिस्टर में 114 बच्चों की उपस्थिति थी। हेड मास्टर गुलाम अब्बास ने बताया कि मिड-डे मिल का खाना रेखा, जमुना और मिश्रानी बना रही थी। रोजाना के बजाय बुधवार को खाना साढ़े 11 बजे बना था। बच्चों को खाने के साथ एक-एक आयरन की गोली भी दे दी गई। आयरन की गोली लेने के बाद कक्षा आठ की छात्रा संजना और निकिता बताया कि उनके पेट में दर्द हो रहा है। दोनों बच्चियां बदहवास होने लगी। इसी बीच बाकी छात्रों ने भी ने दर्द की शिकायत की। सभी चारों बच्चों को गाड़ी में बैठाकर भावनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जा रहे थे। इसी बीच बाकी बच्चों ने भी पेट में दर्द की संभावना बताई। देखते ही देखते करीब 50 बच्चों के पेट में दर्द होने लगा। तत्काल ही स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मामले की जानकारी अभिभावकों को लगी तो सभी स्कूल पहुंच गए। बच्चों को उल्टी के साथ नाक से खून तक आने लगा तो शिक्षकों से लेकर पेरेंट्स के हाथ-पांव फूल गए।

 

पेरेंट्स ने की मारपीट

एंबुलेंस बुलाकर सभी बच्चों को साथ लेकर अभिभावक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के पहुंचने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए। बच्चों को देखकर अभिभावकों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने हेड मास्टर गुलाम अब्बास की जमकर पिटाई करते हुए कपड़े फाड़ दिए। पुलिस ने हेडमास्टर को भीड़ के कब्जे से बचाकर थाने पहुंचाया। इसी बीच करीब पंद्रह बच्चों की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया गया।

 

सीएमओ ने किया दौरा

बाद में सीएमओ से लेकर बीएसए और एसडीएम तथा सीओ ने गांव से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया। तीस बच्चों को उपचार देने के बाद स्वास्थ्य केंद्र से घर भेज दिया गया। सीएमओ और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज का कहना है कि खाली पेट आयरन की गोली बच्चों को देने के बाद हालत बिगड़ी है, सभी बच्चों को गैसस्ट्रिक हो गई थी।

Posted By: Inextlive