Meerut: आप सारा दिन भागदौड़ करते हैं. इस दौरान कई लोगों से मुलाकात करते हैं. कभी किसी से हाथ मिलाना तो कभी किसी का फोन यूज करना. कहीं एंट्री करते हैं तो डोर हैंडल पकड़ते हैं. इस तरह अनगिनत चीजें आपके टच में आती हैं और यही आपकी बीमारी का कारण बनती हैं. आपके आसपास कई ऐसी चीजें रहती हैं जो मूल रूप से बैक्टीरिया का घर होती है. आप जाने-अंजाने में इनके संपर्क में आते है. इनसे बचना मुश्किल है लेकिन सावधानी आपकी मुश्किल को कम कर सकती है...


मोबाइल फोन और माउस भी दे रहे बीमारीअक्सर घरों में बीमारियां दबे पांव आती हैं। लोगों को पता ही नहीं चलता कि कब वो बीमारी की चपेट में आ गए। दरअसल ये सब बैक्टीरिया की वजह से होता है। वो बैक्टीरिया जो आपके घर में हर जगह पाए जाते हैं। आपके मेन डोर के हैंडिल से लेकर आपके मोबाइल फोन और कंप्यूटर के माउस तक पर इन बैक्टीरियाज का कब्जा है। नहीं बच सकते इनसे


एक छोटी सी जगह पर ये बैक्टीरिया लाखों और करोड़ों की तादात में मौजूद होते हैं। इनका दिखाई न दे पाना हम सबके लिए मुसीबत बन जाता है। इन्हीं में से लाखों बैक्टीरिया बीमारियों की वजह भी बनते हैं। इन बैक्टीरियाज से छुटकारा पाना नामुमकिन है। हां मगर कुछ एहतियात अपना कर इनकी तादात में कमी जरूर लाई जा सकती है। इन बैक्टीरियाज को दूर करने के लिए घर में फिनाइल जैसी स्ट्रांग फ्लोर क्लीनर्स का यूज करना जरूरी है। ये मौसम है खतरनाक

कड़ी गर्मी और बरसात ये दोनों ही मौसम बैक्टीरियाज की ग्रोथ के लिए बहुत अच्छे मौसम माने जाते हैं। इन दोनों ही सीजन में बैक्टीरियाज की मल्टीपल ग्रोथ होती है। गर्मी के मौसम में फूड पर बैक्टीरियाज का कड़ा असर होता है। जिसकी वजह से इस मौसम में फूड प्वाइजनिंग, हैजा और स्टमक अपसेट जैसी समस्याएं बहुत कॉमन हो जाती हैं। इस मौसम से आगे बढऩे ही बरसात से हमारा सामना होता है और बरसात भी इन बैक्टीरियाज के लिए बेहद मुफीद मौसम है। बरसात में भी ये बैक्टीरिया दस गुना तेजी से बढ़ते हैं। इनके बढऩे का रेश्यो एक से दो, दो से चार, चार से आठ और आठ से सोलह का हो जाता है।कहां कितने बैक्टीरिया1. मोबाइल फोन- 3.2 मिलियन बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच2. टॉयलेट सीट- 3.2 मिलियन बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच3.किचन ड्रेन- 567,845 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच4. स्पंज और डस्टिंग क्लॉथ-134,630 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच5. बाथ टब-119,468 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच6. किचन सिंक (नियर ड्रेन)-17,964 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच7. लिफ्ट बटन और मॉल्स डोर हैैंडिल-13,227 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच8. बाथरुम और टॉयलेट हैैंडिल-6,267 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच9. पब्लिक ट्रांसपोर्ट सीट- 2,733 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच10. पैट फूड बाउल- 2,110 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच11.  टॉयलेट फ्लोर- 764 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच12. किचन काउंटर टॉप- 488 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच13. डस्टबिन- 452 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच14. फुट मैट(मेन डोर)-411 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच15. डिश टॉवल-408 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच

16. टॉय- 345 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच17. होम एंड ऑफिस फोन- 344 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच18. रेफ्रिजरेटर डोर-319 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच19. रेफ्रिजरेटर-295 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच20. बाथरुम लाइट स्विच-217 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच21. माइक्रोवेव बटन- 214 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच22. किचन चॉपिंग बोर्ड- 194 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच23.चाइल्ड ट्रेनिंग पॉटी सीट-191 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच24. कॉमन कॉम्ब, हेयर ब्रश-190 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच25. कॉमन यूज्ड कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स-133 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच26. कॉमन टॉयलेट फ्लश हैैंडिल-130 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच27. वॉशिंग मशीन-83 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच28. टीवी रिमोट कंट्रोल-70 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच29. ऑफिस कंप्यूटर की-बोर्ड-64 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंच30. कंप्यूटर माउस-50 बैक्टीरिया, पर स्क्वायर इंचडेडली और फ्रेंडली बैक्टीरिया
ये बात भी फैक्ट है कि हमारे आस पास पाए जाने वाले सारे बैक्टीरियाज खतरनाक नहीं होते। इनमें से बहुत से बैक्टीरिया हेल्पफुल भी होते हैं। आमतौर पर बैक्टीरिया को गंदगी और बीमारी से जोड़ा जाता है। प्रोबाइयोटिक और प्रीबायोटिक हमारी हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं। साइंटिस्ट मानते हैं कि इनका सेवन करने से कोलोन कैंसर कम होता है। हमारा इम्यून सिस्टम और डाइजेस्टिव सिस्टम भी स्ट्रांग होते हैं। बैक्टीरिया मोटापा कम करने में भी मददगार हैं। अगर एंटी बायोटिक दवाओं के बाद इनका सेवन किया जाए तो डायरिया होने के चांस कम रहते हैं। बैक्टीरिया से होती बीमारियांबीमारी---बैक्टीरिया-डायरिया-escherichia coli, shigella sp., camylobactera, salmonella-कॉलरा-vibrio comma-टीबी-mycobacterium tuberculosis-डिप्थिरिया-corynebacterium diphtheriae-लेप्रोसी-mycobacterium leprae-टिटनेस-motile bacteria, clostridium tetani-निमोनिया-streptococcus pneumoniae-ऐन्थ्रैक्स- infectious disease by bacillus anthracis-सिफलिस-treponema pilludum-फूड प्वाइजनिंग-escherichia coli, shigella sp., camylobactera, salmonella-वॉटर डिजीज-escherichia coli, shigella sp., camylobactera, salmonella-थाइरॉइड-salmonella typhi'बैक्टीरिया सबसे पहले लीवर को डैमेज करते हैं। हमारे आसपास फैले बैक्टीरिया, जिन्हें हम अपनी नॉरमल आंखों से देख नहीं पाते हैं वो कई बार खतरनाक बीमारियां हमें दे जाते हैं.'-डॉ। प्रशांत बेंद्रे, गेस्ट्रोएंटोलॉजिस्ट

Posted By: Inextlive