- वाई-शेप फ्लाईओवर का 4 साल पहले हुआ था जीओ

- मंडे को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वाई-शेप फ्लाईओवर का किया लोकार्पण

- 33 करोड़ की लागत से बना फ्लाईओवर, टी-प्वाइंट पर खतरा बरकारार

- सीएम ने स्वीकारा मीडिया में आई थी खबरें, अधिकारी दें ध्यान, मानने को तैयार नहीं अधिकारी

>DEHRADUN: दून के मोस्ट अवेटेड आईएसबीटी वाई-शेप फ्लाई ओवर को मंडे को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता को समर्पित किया. आईएसबीटी के समीप हरिद्वार बाईपास की ओर 33.26 करोड़ रुपए की लागत से तैयार फ्लाईओवर के लोकार्पण पर सीएम ने कहा कि इस फ्लाईओवर से देहरादून में ट्रैफिक जाम से राहत मिल पाएगी. सुलभ यातायात की सुविधा मिलेगी. इसका निर्माण निर्धारित समय के भीतर किया गया है. सीएम ने स्थानीय विधायक की मांग पर कहा कि आईएसबीटी के पास 100 मीटर सर्विस रोड डेवलप होगी. दून में स्थित फ्लाईओवरों के नीचे के खाली स्थानों का यूज किया जाएगा.

प्रेमनगर-दून बोटल नेक को 18 करोड़ मंजूर

सीएम ने कहा कि प्रेमनगर-देहरादून के लिए बोटल नेक पर सड़क के चौड़ीकरण को मंजूरी मिल चुकी है. इसके लिए 18 करोड़ रुपए भी स्वीकृत हो चुके हैं. सीएम ने कहा कि स्टेट में रिकॉर्ड संख्या में टूरिस्ट व यात्री पहुंच रहे हैं. स्टेट के युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाएं बढ़ी हैं, लेकिन टूरिस्ट की बढ़ती संख्या के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर ज्यादा ध्यान देना होगा. आने वाले समय में श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए यात्रा सुगम हो सके, इस पर कार्ययोजना बनाई जा रही है.

खामियां की गई हैं नजरअंदाज

वाई-शेप फ्लाईओवर जनता को समर्पित कर तो दिया गया है, लेकिन अब तक खामियां बरकरार हैं. खुद सीएम ने स्वीकार किया कि मीडिया में आई खबरों के मुताबिक कुछ तकनीकी खामियां हैं, जिसको विभागीय इंजीनियर्स देख रहे हैं. लेकिन सच्चाई किसी से छिपी नहीं है. वाई-शेप फ्लाईओवर के टी-प्वाइंट पर पटेलनगर से जाने वाले और हरिद्वार बाईपास से आने वाले वाहनों के मुडने के दौरान बेहद कम स्पेस है. जिससे एक्सीडेंट्स का खतरा बना हुआ है. हरिद्वार बाईपास से आने के दौरान टी-प्वाइंट से पहले स्पीड ब्रेकर्स जरूर लगाए गए हैं.

::टू-लेन वाई-शेप फ्लाईओवर::

- स्वीकृति को जीओ--26 अगस्त 2015.

- स्वीकृत लागत--33.26 करोड़

- लेन की संख्या--2-लेन.

- फ्लाईओवर की लंबाई-387.25 मीटर

- अप्रोच मार्ग की लंबाई--210 मीटर.

- कुल लंबाई--597.25 मीटर

- पिलरों की संख्या--14

- कुल स्पान--13 नंबर

- ठेकेदार--मैसर्स दून इंफ्रास्ट्रक्चर 5-ए वेस्ट रेस्ट कैंप दून.

- कार्य पूर्ण होने की डेट--30 अप्रैल 2019

- उद्घाटन की डेट--10 जून 2019

सीएम के सामने विधायक ने रखी डिमांड

- आईएसबीटी फ्लाईओवर के नीचे एमडीडीए तैयार करे गार्डन या पार्किंग.

- सुलभ शौचालय की जबरदस्त कमी, दो स्थानों पर बनाए जाएं शौचालय.

- शौचालय के लिए नगर निगम व शुलभ इंटरनेशनल की मदद ली जाए.

- आईएसबीटी में ओबराय मोटर से हरिद्वार बाईपास की ओर 100 मीटर की लिंक रोड बने.

- डाटकाली मंदिर के नवनिर्मित टनल के अंदर स्ट्रीट लाइट की सोलर एनर्जी से हो व्यवस्था.

फ्लाईओवर के नीचे जलभराव का खतरा

स्थानीय विधायक विनोद चमोली ने मांग की कि अजबपुर व आईएसबीटी में फ्लाईओवर का निर्माण हो चुका है. लेकिन ड्रेनेज की व्यवस्था न हो के कारण बरसात में जलभराव की समस्या बन सकती है. उन्होंने सीएम से संबंधित निर्माण करने वाली एजेंसी को तत्काल प्रभाव से ड्रेनेज सिस्टम सुधारने के निर्देश देने की मांग की.

सेल्फी प्वाइंट भी टस से मस नहीं

वाई-शेप फ्लाईओवर के टी-प्वाइंट पर 4-5 मीटर चौड़ा और 8-10 मीटर लंबा खाली स्थान यथावत रखा गया है. जिसको स्थानीय लोग सेल्फी प्वाइंट बता रहे हैं. इस खाली स्थान से कोई कूद या गिर न जाए, इसके लिए जाली लगा दी गई है, लेकिन जाली की ऊंचाई भी सीमित है. स्पष्ट है कि इतने खाली स्थान का कोई यूज नहीं है. जानकार बताते हैं कि इस बेकार स्थान को यूज वाहनों के मोड़ने में कर दिया जाता तो कई सवालों का खुद ब खुद जवाब मिल जाता.

वाई-शेप फ्लाईओवर के टी-प्वाइंट पर रोड सेफ्टी के हिसाब से पूरे इंतजाम किए गए हैं. साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर्स लगाए गए हैं. पहले फोर लेन फ्लाईओवर की मंजूरी थी, बात में इस पर टू-लेन जोड़ने की मंजूरी मिली. जितना हो सके, सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं.

- हरिओम शर्मा, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी.

Posted By: Ravi Pal