इराक और सीरिया के एक बड़े हिस्‍से पर कब्‍जा जमाए आतंकी संगठन आईएसआईएस के आतंकियों ने ईराक के मोसुल में स्‍िथत म्‍यूजियम को तबाह कर दिया है. आतंकियों ने हजारों साल पुरानी मूर्तियों और कलाकृतियों को अपने हथोड़ों से चकनाचूर कर दिया.


हजारों साल पुरानी कलाकृतियां नष्टISIS आतंकियों ने ईराक के मोसुल में स्थित म्युजियम को तबाह कर दिया है. इस हमले में आतंकियों ने म्यूजियम के अंदर घुसकर हजारों साल पुरानी कलाकृतियों को मिट्टी में मिला दिया है. यह कलाकृतियां असेरियन और अकेडियन साम्राज्य के दौर की हैं. आईएसआईएस की मीडिया विंग ने इस हमले का वीडियो शेयर किया है. इस हमले के विरोध में पूरी दुनिया से निंदा के स्वर गूंज रहे हैं. ईसाई उग्रवादी संगठन 'सीरियक मिलिट्री काउंसिल' के नेता किनो गैबरियल ने इस हमले पर कहा, 'मानव सभ्यता का जन्मस्थान नष्ट किया जा रहा है.' पूरी दुनिया में दिखा गुस्सा
ईराक के मोसुल में सातवीं शताब्दी की कलाकृतियों को तोड़े जाने पर विश्वभर से आईएसआईएस के इस कदम की निंदा की जा रही है. किनो गैबरियल ने इस हमले पर कहा, अब कुछ ऐसा हो रहा है जिसे देखकर हम कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं. मासूम लोगों की हत्या शायद अधिक नहीं थी. इसलिए अब आईएसआईएस के आतंकी हमारी सभ्यता और संस्कृति का भी नामोनिशां मिटा रहे हैं. इस वीडियो में आईएस आतंकियों ने पहले असेरियन और अकेडियन साम्राज्य को लोगों की कई सारे देवताओं की पूजा करने के लिए निंदा की. इसके बाद इन हजारों साल पुरानी कलाकृतियों को नष्ट करने को उचित ठहराया. पैगंबर का लिया सहाराआईएस आतंकियों ने पांच मिनट के वीडियो में पैगंबर मोहम्मद का सहारा लेते हुए कहा कि जब खुदा ने इन मूर्तियों को नष्ट करने का आदेश दिया है तो यह मूर्तियां हमारे लिए किसी काम की नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई इन कलाकृतियों के बदले अरबों डॉलर दे तब भी यह मूर्तियां हमारे लिए मूल्यहीन हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra