अपने एक सैनिक की हत्या के बाद संदिग्धों की खोज में इजराइली सेना ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी शरणार्थी के शिविर पर छापा मारा। सेना ने छापेमारी के दौरान आंसू गैस और गोलियों का इस्तेमाल किया जिसमें कई लोग घायल हो गए।

आंसू गैस और गोलीबारी का इस्तेमाल
रामल्लाह (एएफपी)। अपने एक सैनिक की हत्या के बाद संदिग्धों की खोज में इजराइली सेना ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के शिविर पर छापा मार दिया। एएफपी के पत्रकारों ने बताया कि इजराइली सैनिक दर्जनों की संख्या में थे, उन्होंने सोमवार की सुबह पहले फिलिस्तीन में स्थित रामल्लाह में अमारी शरणार्थी के शिविर में प्रवेश किया, इसके बाद वहां के सभी दरवाजे बंद कर दिए। छापेमारी के दौरान कम से कम से 13 फिलिस्तीनी मामूली रूप से घायल हुए। फिलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सैनिकों ने कैंप में आंसू गैस और गोलीबारी का भी इस्तेमाल किया।
पहले इजराइली सैनिकों के शिविर पर हुई थी छापेमारी
वहां के निवासियों ने बताया कि कई फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया गया है, हालांकि सेना ने अभी तक इसको लेकर पुष्टि या कोई बयान जारी नहीं किया है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को इजराइली सैनकों के शिविर पर छापेमारी की गई थी। उस दौरान 20 वर्षीय इजराइली सैनिक सार्जेंट रोनेन लुबर्स्की को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान उस सैनिक पर पत्थरों से हमला हुआ, जिसके चलते शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। फिलिस्तीनी शरणार्थियों के शिविर पर छापा बदले के रूप में मारा गया है।
अमारी फिलिस्तीनी सरकार का क्षेत्र
गौरतलब है कि अमारी, रामाल्लाह के अंदर स्थित है, जो सैद्धांतिक रूप से फिलिस्तीनी सरकार के पूर्ण नियंत्रण का क्षेत्र है। इजराइली सेना नियमित रूप से इजराइल के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए आए दिन संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लिए वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनी-शासित हिस्सों में छापेमारी करती रहती है।

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Posted By: Mukul Kumar