इसरो ने भारत के सबसे शक्तिशाली रॉकेट GSLV-मार्क 2-D2 ने जीसैट 29 सैटेलाइट को लॉन्‍च के कुछ घंटों बाद अंतरिक्ष की पूर्व निर्धारित कक्षा में स्‍थापित कर दिया है। यह सैटेलाइट संचार के क्षेत्र में देश को और भी आगे ले जाएगा।


श्रीहरिकोटा (एपी)भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान यानि इसरो ने आज देश के लिए एक और महत्वपूर्ण संचार सैटेलाइट जीसैट 29 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। इस सैटेलाइट को अंतरिक्ष की निर्धारित कक्षा में स्थापित करने के लिए देश के सबसे पावरफुल रॉकेट GSLV-मार्क 2-D2 का इस्तेमाल किया गया। यह सैटेलाइट आंध्रप्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से बुधवार शाम 5 बजकर 8 मिनट पर लॉन्च किया गया। लॉन्च के 16 मिनट बाद ही रॉकेट ने जीसैट 29 को धरती की भू-समकालिक कक्षा में स्थापित कर दिया। इसरो द्वारा बनाया गया यह 33वां संचार उपग्रह है और इस साल इसरों द्वारा लॉन्च किया गया यह पांचवां स्पेस मिशन है।

नार्थ ईस्ट और कश्मीर के सुदूर इलाकों में संचार नेटवर्क और इंटरनेट होगा बेहतर
भारत के लिए यह संचार उपग्रह काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह अपने साथ Ka and Ku बैंड के हाई आउटपुट ट्रांसपॉन्डर लेकर स्पेस में गया है। इसी वजह जीसैट 29 द्वारा भारत में कई दूर दराज के इलाकों खासतौर कश्मीर और नार्थ ईस्ट के तमाम शहरों और गांवों में संचार नेटवर्क के साथ साथ इंटरनेट कनेक्टीविटी काफी बेहतर हो जाएगी।

इसी शक्तिशाली रॉकेट द्वारा चंद्रयान 2 होगा लॉन्च, जो साथ ले जाएगा इंसानइसरो हेड 'के शिवन' के मुताबिक हम देश् के सबसे पावरफुल रॉकेट के इस सफल लॉन्च से काफी खुश हैं। बता दें कि GSLV-मार्क 2 इसरो द्वारा विकसित किया गया पांचवी जनरेशन का लॉन्च वेहिकल है। इसका क्षमता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि GSLV-मार्क 2 चार हजार किलो वजन तक का सैटेलाइट लेकर धरती की कक्षा में स्थापित किया जा सकता है।

Posted By: Chandramohan Mishra