Chandrayaan 2: अंतरिक्ष में भारत की बड़ी छलांग ISRO ने रचा इतिहास, 48वें दिन चांद की सतह पर उतरेगा यान
श्रीहरिकोटा (एएनआई)। भारत का दूसरा मून मिशन चंद्रयान-2 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के श्रीहरिकोटा में आज यानी सोमवार को दोपहर 2.43 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। इसे देखने के लिए हजारों लोग जमा हुए थे। पिछले सप्ताह तकनीकी खराबी की वजह से इस मिशन को लॉन्च नहीं किया गया था। इसरो के प्रमुख के सिवन ने रविवार को बताया कि चंद्रयान -2 आने वाले दिनों में चांद से जुड़ी 15 महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि स्पेसक्राफ्ट मून पर धीरे-धीरे लैंड करेगा। सिवन ने कहा, 'यह दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। इस मिशन के जरिये कई वैज्ञानिक परीक्षण किए जाने हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक लॉन्च की प्रतीक्षा कर रहे हैं।' यह 48वें दिन दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा।चांद की सतह पर साॅफ्ट लैंडिंग कराने वाला भारत चौथा राष्ट्र
बता दें कि यह मिशन दुनिया का पहला अंतरिक्ष अभियान है, जिसमें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साॅफ्ट लैंडिंग होनी है। चंद्रयान-2 भारत का पहला खोजी अभियान है, जिसमें पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। मून मिशन की सफलता के बाद चांद की सतह पर साॅफ्ट लैंडिंग कराने वाला भारत दुनिया का चाैथा राष्ट्र बन जाएगा।
Chandrayaan 2 India Moon Mission Live Updates : मून मिशन चंद्रयान-2 लाॅन्च, यहां देखें लाइव2008 में चंद्रयान-1 किया गया था लॉन्चभारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 22 अक्टूबर 2008 को श्रीहरिकोटा से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान(पीएसएलवी) से चंद्रयान-1 लॉन्च किया था। हालांकि एक साल बाद ही 29 अगस्त 2009 को इसरो का संपर्क चंद्रयान से टूट गया था। बाद में इसके मिलने के दावे किए गए। नासा ने बताया था कि चंद्रयान चांद की सतह से करीब 200 किमी ऊपर चक्कर काट रहा था और यह चांद के ऑर्बिट में ही था।