- बनारस में दिग्गज नेताओं के कैंडीडेट बनने के साथ मीडिया का अटेंशन बढ़ा

- मीडिया के साथ सभी पार्टियों के बड़े नेताओं की आवा-जाही भी बढ़ गयी है

- अभी से होटल-लॉज में रूम मिल रहा मुश्किल से, डोमेस्टिक टूरिस्ट भी हैं परेशान

- नॉमिनेशन और वोटिंग के डेट के पहले और बाद तक 'नो रूम' की सिचुएशन

VARANASI : आपका कोई दोस्त, परिचित या रिलेटिव घूमने-फिरने या मौज-मस्ती करने बनारस आने के प्लैनिंग में है? क्या आपके घर में उसे ठहराने की जगह नहीं है? उसे घुमाने के लिए कार भी नहीं है? ऐसा कीजिये कि उसे अभी से क्म् मई के बाद आने के लिए सजेस्ट कर दीजिये। वरना हो सकता है कि वो बिना एडवांस बुकिंग के आये तो ना रहने के लिए होटल में रूम मिले और ना घूमने के लिए ट्रेवल्स से गाड़ी।

मीडिया और नेताओं की भीड़

इस बार के लोकसभा इलेक्शन में बनारस संसदीय सीट से फिलहाल दो बड़े चेहरे जंग लड़ने आ रहे हैं। उम्मीद है कि एक-दो बड़े चेहरे और सामने आ सकते हैं और तब इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प होगी। भाजपा की ओर से नरेन्द्र मोदी को बनारस से कैंडीडेट बनाये जाने और फिर आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल के उम्मीदवारी की चर्चाओं ने इस सीट को देश ही विदेश तक चर्चा में ला दिया है। सभी पार्टियों के बड़े नेताओं के अलावा देश भर की मीडिया का यहां जमावड़ा शुरू हो गया है। नतीजा होटल्स में रूम और टूरिस्ट कैब गाडि़यों की शॉर्टेज सी हो गयी है। ऐसे में कोई यदि यहां अचानक आ जाए तो उसके लिए मुश्किल होना तय है।

बड़े बड़े सूरमा होंगे मैदान ए जंग में

बीजेपी के पीएम कैंडीडेट नरेन्द्र मोदी बनारस से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला करने के लिए आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल बनारस आ रहे हैं। राजनीति के दिग्गजों से मुकाबले के लिए कांग्रेस किसी बड़े नेता की तलाश कर रही है। कभी दिग्विजय सिंह तो कभी मोहन प्रकाश तो अनिल शास्त्री का नाम आ रहा है। इसकी वजह से पूरे देश की नजर बनारस की ओर हो गयी है। चर्चा ये भी है कि पूर्वाचल में डॉन कहे जाने वाले मोख्तार अंसारी भी यहीं से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। मोख्तार के आने के बाद ये लड़ाई बहुत ही दिचस्प होगी। हर राजनीति की इस रोचक भिड़ंत को देखने को उतावला है।

शहर के बाहर से आयी भीड़

देश का सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक अखाड़ा बनने के बाद बनारस में पूरे देश की मीडिया जुटनी शुरू हो गयी है। हर इलेक्ट्रानिक चैनल की दो से तीन ओवी वैन, रिपोर्टर, कैमरामैन की टीम यहां पहुंच चुकी है। प्रिंट मीडिया भी कहां पीछे रहने वाला है। उसकी भी पूरी की पूरी टीम बनारस में पहुंच चुकी है। जबकि हर पार्टी के स्टेट और नेशनल लेवल के दर्जनों नेता बनारस में लगातार आ-जा रहे हैं।

ये हैं डोमेस्टिक टूरिस्ट सीजन

-बनारस में समर सीजन शुरू हो गया जो डोमेस्टिक और स्पेशली साउथ इंडियन टूरिस्ट का सीजन होता है। इनके लिए पहले से होटल, गेस्ट हाउस और लॉज बुक हैं।

-ये वक्त बौद्ध टूरिस्ट का भी है लिहाजा उनकी भी ज्यादा नहीं मगर थोड़ी आवाजाही है। इसके बाद भीड़ बढ़ा दी है मीडिया और पॉलिटिकल फीगर्स ने।

-जल्द ही बीएचयू, काशी विद्यापीठ और संस्कृत यूनिवर्सिटी में नेशलन और इंटरनेशनल लेवल के सेमिनार का दौर शुरू होगा और उस वक्त सिचुएशन और क्रिटिकल होगी।

- होटल में रूम्स के अलावा प्री पेड टैक्सियों की भी जबरदस्त डिमांड है। हालांकि टैक्सी बुकिंग वाले क्0 मई तक की ही बुकिंग ले रहे हैं। इन्हें खतरा है कि कहीं मतदान वाले दिन इनकी गाड़ी ना खींच जाए इसलिए ये दो दिन क्0 मई को अंडरग्राउंड हो जाएंगे।

- टैक्सियों की क्राइसिस इसलिए भी है क्योंकि पार्टियों ने एडवांस बुकिंग देनी शुरू कर दी जबकि गर्मी सीजन के लग्न, टूरिस्ट बुकिंग और सेमिनार वगैरह की बुकिंग इनके पास पहले से है।

हर जगह इनकी मौजूदगी

चुनाव के मद्देनजर शहर में मौजूद ज्यादातर होटल्स के रूम की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। इसमें फाइव और फोर स्टार्स होटल में तो अब जगह पानी काफी मुश्किल है। इन होटल्स ने सिर्फ अपने कारपोरेट कस्टमर्स के लिए कुछ रूम्स होल्ड किये हैं। कुछ पार्टियों ने जहां मतदान तक के लिए रूम्स की एडवांस बुकिंग की है वहीं नामांकन और मतदान के दो दिन पहले से दो दिन बात तक की भी बुकिंग टाइट है। इसके बाद फ् स्टार और ख् स्टार होटल्स में मीडिया वालों का कब्जा है। गेस्ट हाउस साउथ इंडियन टूरिस्ट से पटे पड़े हैं। कोई बड़ी बात नहीं कि जल्द ही धर्मशालाओं की भी पौ-बारह हो जाएगी।

चुनाव के मद्देनजर भारी भीड़ बनारस पहुंची है। उनकी वजह से होटल्स, लॉज में में रूम नहीं मिल रहे हैं। टैक्सी भी मिलने में परेशानी हो रही है।

-सतीश पाण्डेय, टै्रवल एजेंट

इस वक्त एशियन के साथ डोमेस्टिक टूरिस्ट बनारस आते हैं। फिलहाल शहर में उनका रहना मुश्किल है। कहीं मीडिया परसन की तो कहीं पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा है।

-शिवकुमार तिवारी, टूर ऑपरेट

अगले दो महीने तक टूरिस्ट को होटल, लॉज में रूम और टैक्सी खोजना मुश्किल होगा। चुनाव की वजह से हर जगह जबरदस्त बुकिंग है।

-मनोज तिवारी, टूर ऑपरेटर

Posted By: Inextlive