Kanpur: इस दीवाली कुछ ‘खोया’ हो जाए... आप सोच रहे होंगे विज्ञापन में तो सेलिब्रिटीज ‘कुछ मीठा हो जाए’ कहकर एक-दूसरे को दीवाली की बधाई देते हैं. फिर भला यहां ‘मीठे’ की जगह ‘खोया’ शब्द कैसे आ गया..? दरअसल यह पंचलाइन किसी कम्पनी की नहीं बल्कि फूड सेफ्टी एंड ड्रग अथॉरिटी एफएसडीए की है. जिसने फेस्टिव सीजन के दौरान एक बार फिर मिलावटखोरी के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है.

इस दीवाली कुछ ‘खोया’ हो जाए आप सोच रहे होंगे विज्ञापन में तो सेलिब्रिटीज ‘कुछ मीठा हो जाए’ कहकर एक-दूसरे को दीवाली की बधाई देते हैं। फिर भला यहां ‘मीठे’ की जगह ‘खोया’ शब्द कैसे आ गया? दरअसल, यह पंचलाइन किसी कम्पनी की नहीं बल्कि फूड सेफ्टी एंड ड्रग अथॉरिटी (एफएसडीए) की है। जिसने फेस्टिव सीजन के दौरान एक बार फिर मिलावटखोरी के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है. 

हटिया खोया मंडी में 

होली के बाद दीपावली से पहले एफएसडीए की टीम एक बार फिर से एक्टिव हो गई है। इसी कड़ी में मिलावटखोरों के खिलाफ पहला छापा वेडनेसडे को हटिया खोया मंडी पर मारा गया। सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रजीत उत्तम व एफएसडीए चीफ डीआर मिश्रा की अगुवाई में हुई इस छापेमारी में 25 कुंतल खोया जब्त किया गया। चीफ इंस्पेक्टर डीआर मिश्रा ने बताया कि छापा पड़ते ही दुकानदार भाग खड़े हुए। एक ट्रॉली में करीब 25 कुंतल खोया लावारिस हालत में मिला, जिसे नष्ट करा दिया गया।  

जांच के लिए भेजा लखनऊ

टीम ने मंडी से खोये के कुल 7 सैम्पल कलेक्ट किये। इनमें जय प्रकाश, अशोक गुप्ता, राजू गुप्ता, नरेश मिश्रा, मिठाई लाल, मनोज गुप्ता व रितेश गुप्ता की आढ़त से खोये का एक-एक सैम्पल कलेक्ट किया गया। इन सबको जांच के लिए लखनऊ टेस्टिंग लैब भेज दिया गया है। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने लगातार छापेमारी के आदेश दिये हैं। जिससे मिलावटखोर कानपुराइट्स को मिलावटी मिठाई या खोया न बेच सकें. 

साल भर करें छापेमारी 

‘फेस्टिव सीजन में छापेमारी से न सिर्फ हमारा बिजनेस खत्म होता है। बल्कि, कस्टमर्स के बीच हमारी इमेज भी खराब होती है। हम साल भर छापेमारी के लिए तैयार हैं, लेकिन हमारी रिक्वेस्ट है कि फेस्टिव सीजन के दौरान छापेमारी न की जाए’ सिटी की प्रॉमिनेंट स्वीट शॉप्स के ओनर्स ने एडीएम सिटी से यह गुहार लगाई है। उनका कहना है कि फेस्टिव सीजन में शॉप पर कस्टमर्स की भीड़ होती है। बीच में अचानक छापेमारी होने से दुकानदारी में भी खलल पड़ता है। दूसरा, कस्टमर्स के मन में भी दुकान के प्रति विश्वास में कमी आती है। इससे बिजनेस में जबर्दस्त नुकसान होता है। हमारी रिक्वेस्ट है कि हम साल भर छापेमारी के लिए तैयार हैं, लेकिन त्योहारों पर हमें बख्श दिया जाए. 

मीटिंग में जाएं कि छापा मारें 

एक ओर जहां एफएसडीए टीम को छापेमारी के आदेश दिये गये हैं। वहीं दूसरी तरफ डिपार्टमेंट से छापेमारी की स्टेटस रिपोर्ट से भी अवगत कराने को कहा गया है। हैरानी की बात यह है कि शासन ने पूरी टीम को लखनऊ कॉल-अप किया है। इसी क्रम में वेडनेसडे को एफएसडीए चीफ डीआर मिश्रा ने एडीएम सिटी से मीटिंग में जाने की परमीशन मांगी है। जाहिर है जब पूरी टीम लखनऊ में मीटिंग करेगी तो छापेमारी कब होगी, यह बात सोचने वाली है. 

ज्यादातर रिजल्ट्स पॉजिटिव 

एफएसडीए विभाग ने अभी तक मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर जितने भी सैम्पल्स कलेक्ट किये हैं, उनमें से ज्यादातर के रिजल्ट्स पॉजिटिव निकले हैं। लास्ट ईयर जहां 1327 सैम्पल्स कलेक्ट किये गये वहीं इस साल सितंबर तक चार सौ ज्यादा सैम्पल्स कलेक्ट किये जा चुके हैं। इनमें से 70 परसेंट से ज्यादा सैम्पल्स के रिजल्ट पॉजिटिव आये हैं। इस दीवाली कुछ ‘खोया’ हो जाए आप सोच रहे होंगे विज्ञापन में तो सेलिब्रिटीज ‘कुछ मीठा हो जाए’ कहकर एक-दूसरे को दीवाली की बधाई देते हैं। फिर भला यहां ‘मीठे’ की जगह ‘खोया’ शब्द कैसे आ गया? दरअसल, यह पंचलाइन किसी कम्पनी की नहीं बल्कि फूड सेफ्टी एंड ड्रग अथॉरिटी (एफएसडीए) की है। जिसने फेस्टिव सीजन के दौरान एक बार फिर मिलावटखोरी के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है. 


Posted By: Inextlive