Sometimes the way we look things are not same for the one on the other side. It is good to let things go smoothly till the time allows and not unnecessarily hold things.


मैं कभी लव एट फर्स्ट साइट पर बिलीव नहीं करती थी या फिर कह लीजिए कि मेरी एक आइडियोलॉजी थी कि मेरा पहला ब्वॉयफ्रेंड ही मेरा हसबैंड होगा. मैं स्कूल में थी और साथ ही एक रेस्ट्रों में पार्ट टाइम जॉब भी करती थी. वहां मैं रोहित से मिली. ये लव एट फस्र्ट साइट बिल्कुल नहीं था पर फिर भी मुझे ऐसा लगता कि यही वो है जिसे मैं अपना पार्टनर बनाना चाहूंगी. मैंने सोचा, शायद यही मेरे अंदर के खालीपन को भर सकता है. मैंने उससे फ्रेंडशिप की. वह बहुत ही खुशमिजाज था और मुझसे काफी हंसी मजाक किया करता था. हम काफी क्लोज हो गए थे. एक-दूसरे के साथ घूमते, हर बात शेयर करते और घंटों फोन पर बातें करते. मैं उसे पसंद करने लगी थी.
किसी वजह से मैंने वो जॉब छोड़ दी और दूसरी जगह जॉब ढूंढ़ ली. मैंने वहां काम शुरू कर दिया ताकि मुझे रोहित से मिलने का बहाना मिल सके, पर मुझे कहीं ना कहीं लगता था कि रोहित मुझसे प्यार नहीं करता क्योंकि मेरे जॉब छोडऩे पर उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया. खैर, मैं अपनी तरफ से रोहित को हमेशा कॉल करती थी पर उसका कॉल अपनी तरफ से कभी नहीं आता था. धीरे-धीरे मैं काम में इतना बिजी हो गई कि हमारी बात होनी कम हो गई. मैं अभी भी उसे बहुत पसंद करती थी पर उसका वेट करते-करते थक चुकी थी. मैं अभी भी चीजों को सॉल्व करना चाहती थी. एक दिन मैंने उसे फोन किया तो पता चला कि वह अब्रॉड पढ़ाई करने चला गया है. मैं टूट गई थी और यह भी समझ चुकी थी कि मैं रोहित की जिंदगी में कोई मायने नहीं रखती वरना इतना बड़ा डिसीजन लेने से पहले वो मुझे जरूर बताता. अब मैंने अपने आप को समझा लिया था. हम दोनों मेल और चैटिंग पर अभी भी बात करते हैं और साल में एक बार जरूर मिलते हैं. इस बात को पांच साल हो चुके हैं पर रोहित ने कभी मुझसे प्यार का इजहार नहीं किया. मुझे लगता है कि कुछ चीजें जैसी हैं वैसे ही चलती हैं. उन्हें आप बदल नहीं सकते. Tamanna Suri, Dehradun

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Posted By: Surabhi Yadav