इटली के साथ जारी नौसैनिक विवाद में भारत को बड़ी कूटनीतिक सफलता हाथ लगी है. इंडिया के दबाव के बाद 2 मछुआरों के मर्डर के आरोपों का सामना कर रहे अपने इन 2 नौसैनिकों को इटली ने कानूनी ट्रायल के लिए इंडिया वापस भेजने का फैसला किया है.


इन दोनों नौसैनिकों को एक विशेष विमान से भारत भेजा जा रहा है. इससे पहले इटली ने इन दोनों नौसैनिकों को भारत वापस भेजने से इनकार कर दिया था.  प्राइम मिनिस्टर और सोनिया गांधी की कड़े तेवर और इटली के राजदूत डैनियल मैन्सिनी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के आगे इटली गवर्नमेंट को हार माननी पड़ी. अपने पुराने फैसले को पलटते हुए इटली गवर्नमेंट ने कहा है कि वो मर्डर के आरोपी दोनों नौसैनिकों को इंडिया भेजेगी. इंडिया ने किया फांसी न देने का वादा कई शर्तें मनवाने के बाद इटली ने अपने दोनों नौसैनिकों को भारत रवाना किया है. फॉरेन मिनिस्टर सलमान खुर्शीद ने लोकसभा में बताया कि इंडिया ने इटली को भरोसा दिलाया है कि मेसिमिलिएनो लैटोर और सैल्वाटोर जाइरोन को फांसी की सजा नहीं होगी. इटली ने यह वादा लिखित में लिया है.
मामले की सुनवाई को दौरान दोनों को दिल्ली स्थित इटली के दूतावास में रहने की इजाजत दी गई है. इंडिया ने यह भी वादा किया है कि इटैलियन नौसैनिक सुप्रीम कोर्ट की समयसीमा के भीतर वापस आ जाते हैं तो उन्हें उन्हें अरेस्ट नहीं किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट इटली में वोटिंग के लिए उन्हें 22 मार्च तक की जमानत दी थी.

Posted By: Garima Shukla