रथ खींचकर पुण्य कमाने की लगी होड़
-बहन सुभद्रा, बलदाऊ एवं भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने लगाए जयकारे
-धूमधाम से निकली शोभायात्रा, शामिल हुई झांकियां ALLAHABAD: बैकुण्ठ धाम के स्वामी जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ शनिवार को बहन सुभद्रा एवं बलदाऊ के साथ नगर भ्रमण पर निकले तो शहर जयकारों से गूंज उठा। जगह-जगह पुष्प वर्षा हुई और भगवान जगन्नाथ का रथ खींचने की होड़ लगी रही। श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी की स्तुति के बीच झांकियों के साथ भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकली। शंकराचार्य ने की विशेष पूजा जीरो रोड स्थित आर्य भवन में शनिवार की सुबह जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने बलदाऊ, सुभद्रा संग भगवान जगन्नाथ जी की क्08 फूल पत्तियों से पूजा की। आरती उतारी। अमेठी के महंत हरि चैतन्य ब्रह्माचारी ने नारियल फोड़कर व सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने रथ की रस्सी खींच कर रथ यात्रा का शुभारंभ किया। जगह-जगह किया भ्रमणआर्य भवन हाटकेश्वरनाथ मंदिर जीरो रोड चौराहा से निकली शोभायात्रा एससी बासु रोड, चमेली देवी धर्मशाला, हीवेट रोड, जानसेनगंज चौराहा, घंटाघर, नीम का पेड़ चौक, बहादुरगंज, रामभवन चौराहा से मुट्ठीगंज चौराहा तिलक रोड होते हुए मालवीय नगर सत्ती चौरा स्थित विद्या गौरी वाटिका में पहुंची।
झांकियों के साथ कलाकारों ने मोहा मनशोभायात्रा में सबसे आगे ध्वज पताका के साथ कीर्तन मंडली, विघ्न विनायक भगवान गणेश, भगवान विष्णु की झांकी थी। इसके बाद रथों पर सवार पांचों पांडव, कृष्ण-बलराम की जोड़ी, भीम, राधा-कृष्ण, युधिष्ठिर और अर्जुन की झांकी शोभायात्रा में शामिल थी। लोक नृत्य कलाकार भी शोभायात्रा में शामिल थे। रथयात्रा में सबसे पीछे सोलह पहियों पर चलने वाले क्8 फीट ऊंचे नन्दीघोष रथ के शीर्ष भाग पर सुदर्शन चक्र एवं अग्र भाग में मेरूदंड रथ की आभा देखते ही बन रही थी। रथ के मुख्य द्वार को ख्क् फूलों से सजाया गया था। रथ यात्रा में समिति के अध्यक्ष गोवर्धन दास गुप्ता, बसंत लाल आजाद, राजेश केसरवानी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, विजय वैश्य, दादद लाल गुप्ता, जयराम गुप्ता, कृष्णा भगवान केसरवानी, रामबाबू, श्रीनाथ, उदय साहू, राजेश वैश्य, राजेश राजकृष्ण, सत्येंद्र चोपड़ा, कुमुदलता आदि मौजूद रहे।