शोहदा- ए- कर्बला पर जलसे का आयोजन, मौलाना तलहा ने कहा

RANCHI (13 Oct) : हर तरह का नशा देश और समाज के साथ-साथ हर एक की जिंदगी के लिए घातक है। युवा इसे तुरंत छोड़ें, तभी समाज और देश उन्नति कर सकता है। उक्त बातें मस्जिद-ए-बेलाल के खतीब मौलाना तलहा नदवी ने कही। वे बुधवार की रात पहाड़ी टोला मुहर्रम मेला मैदान में जलसा-ए-सीरत-ए-शोहदा-ए-कर्बला में बतौर मुख्य वक्ता अपने विचार रख रहे थे।

बुराई को खत्म करें

उन्होंने कहा कि समाज का हर आदमी दूसरों से ईमाम हुसैन की जिंदगी पर अमल करने की चाहत रखता है। लेकिन, खुद हर तरह की बुराई में डूबा है। हम एक अच्छे समाज और विकसित देश का निर्माण तभी कर सकते हैं, जब हम अपने भीतर की बुराई को खत्म करें। इस अवसर पर मौलाना जियाउर्रहमान ने कहा कि लोग अपने घरों में बहू और बेटी के बीच जो फर्क करते हैं, वह सरासर इस्लामी रवायत के खिलाफ है। एक-दूसरे के बीच तभी प्यार बढ़ेगा, जब हम बेटियों के बीच भेदभाव करना बंद करेंगे।

शहादत की दास्तां

पहाड़ी टोला मस्जिद के ईमाम हयात अहमद कासमी ने ईमाम हुसैन की शहादत पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ईमाम हुसैन के साथ ही 70 अन्य लोगों ने भी सच्चाई की राह में अपनी कुर्बानी दी थी। जलसे का आयोजन नौजवान मुहर्रम कमेटी के तत्वावधान में किया गया था। धन्यवाद ज्ञापन कमेटी के खलीफ मो समसू ने किया। इस मौके पर कोषाध्यक्ष शाहनवाज बारी, संयुक्त सचिव मो इम्तियाज, राजा खान, ख्वाजा शहाबुद्दीन बट्ट, एजाज अंसारी, बाबा मुम्ताज हुसैन, मो नईम अंसारी, सरफराज अहमद, समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।

Posted By: Inextlive