कश्‍मीर के हालात तो हमेशा ही सदिंग्‍ध रहते है लेकिन इन दिनों वहां हालात कुछ ज्‍यादा ही नाजुक हैं। यहां पर इन दिनों अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा अलगाववादियों के सक्रिय समर्थकों और पूर्व आतंकवादियों की हत्याओं के बाद से हालात काफी खतरे वाले हैं। पूर्व आतंकवादियों और अलगाववादियों से सहानुभूति रखने वालों में काफी हड़कंप मचा है। जिससे अब वे कश्मीर के सोपोर कस्बे से पलायन कर रहे हैं।


चार पूर्व आतकियों की हत्याजानकारी के मुताबिक पूर्व आतंकवादियों और अलगाववादियों के लिए इन दिनों कश्मीर में रहना मुश्किल होता जा रहा है।  इतना ही नहीं इनके समर्थकों के जीवन पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।  इन लोगों के प्रति सहानुभूति रखने वालों में काफी अफरातफरी मची हैं।  इसके पीछे इन दिनों यहां पर अज्ञात बंदूक धारियों का कहर बरपना है।  अज्ञात बदूंकधारी यहां पर आतंकवादियों और अलगाववादी आंदोलन के सक्रिय समर्थकों की हत्या करने में जुटे हैं।  पिछले छह दिनों के अंदर यहां पर करीब चार पूर्व आतकियों की हत्या की जा चुकी हैं।  इसके साथ ही वह अलगाववादी संगठन के सदस्यों व समर्थकों पर भी पैनी नजर रखें हैं।  जिससे अब इन आतंकवादियों के साथ ही अलगाववादी आंदोलन के सक्रिय सदस्य भी यहां से जान बचाकर भागने की कोशिश कर रहे हैं।  इतना ही नहीं इनके समथर्क भी सोपोर कस्बा छोड़कर भाग रहे हैं।


पूर्व राजनीतिक कार्यकर्ता भी

ऐसे में इन अज्ञात बदूंकधारियों को लेकर कई सारे लोग खुश भी हैं।  वहीं इस संबंध में खुफिया अधिकारियों का कहना है कि ये बंदूकधारी सरकार के समर्थक हैं।  कश्मीर में अलगाववादी हिंसा की रीढ़ तोड़ने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इनता ही नहीं इसीलिए ये बंदूकधारी यहां पर होने वाली लकड़ी तस्करी, जबरन वसूली, डराने-धमकाने और दुष्कर्म में शामिल अनधिकारिक मिलीशिया बन गए थे।सूत्रों की मानें तो इन दिनों यहां बंदूकधारियों के डर की वजह से अलगाववादी समूहों के कम से कम तीन दर्जन पूर्व राजनीतिक कार्यकर्ता यहां से जा रहे हैं।  इसके अलावा पूर्व आतंकवादियों ने पिछले चार दिनों में सोपोर से कई कोसों दूर पलायन कर लिया है। गौरतलब है कि यहां पर अज्ञात बदूंक धारियों के कहर से पहले भी ये आतंकी और अलगाववादी संगठन डर चुके हैं।

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Posted By: Shweta Mishra