-जन धन योजना के तहत बैंक एकाउंट खोलने के नाम पर पब्लिक को किया जा रहा है परेशान

-कानपुर कॉलिंग, फेसबुक और व्हाट्स एप के जरिए कानपुराइट्स ने खोली जन धन योजना के दावों की पोल

KANPUR: न धन योजना के तहत मेहरबान सिंह के पुरवा स्थित यूको बैंक की शाखा में खोले गए एकाउंट की पासबुक परचून की दुकान पर पहुंचने की खबर आई नेक्स्ट में पब्लिश होने के बाद पब्लिक के कई दर्द सामने आए। कानपुराइट्स ने फोन कर बैंक ऑफिशियल्स के 'गोलमाल' को उजागर किया। आई नेक्स्ट की ये मुहिम उन लोगों के लिए जिनको की जन धन योजना का फायदा मिलना चाहिए लेकिन खुद प्रधानमंत्री के चाहने के बावजूद बैंक अधिकारी और कर्मचारी नहीं मिलने दे रहे हैं।

कोई ने कोई कमी निकाल देते हैं

लालबंगला के रहने वाले विकास मल्होत्रा ने आई नेक्स्ट को फोन कर बताया कि स्टेट बैंक की शाखा में वो जन धन योजना के तहत एकाउंट खोलने गए थे, कई बार बैंक के चक्कर लगाने के बाद उनको काफी मुश्किल से फॉर्म मिला। अब जब फॉर्म जमा करने जाओ तो बैंक के कर्मचारी कोई न कोई कमी निकालकर वापस कर देते हैं। जबकि इस योजना के तहत खोले जाने वाले बैंक एकाउंट में इतनी जटिल प्रक्रिया है ही नहीं फिर भी बैंक के अधिकारी परेशान करते हैं।

सारे दावों की हवा निकली

विकास नगर निवासी प्रतिमा कश्यप ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा में एकाउंट खोलने गए तो वहां फॉर्म ही नहीं मिला। जबकि बैंक के अधिकारी बड़े-बड़े दावे करते हैं। विनोवभावे नगर के रहने वाले राकेश कुमार ने कहा कि जन धन योजना के तहत खोले जा रहे एकाउंट के लिए भी आधार कार्ड, वोटर आईडी और ड्राइविंग लाइसेंस की मांग बैंक के अधिकारी कर रहे हैं। अगर इस एकाउंट में इतने सारे कागजात लगने हैं तो फिर योजना का फायदा ही क्या है? उनके मुताबिक जब मैनेजर से उन्होंने भ्000 रुपए के ओवर ड्राफ्ट की बात की तो उनको कहना था कि मेरा मन होगा तो देंगे नहीं तो नहीं देंगे.अब सवाल ये उठता है कि योजना के मुताबिक पब्लिक को लाभ मिलेगा कि मैनेजर के मुताबिक? यशोदानगर के विनय कृष्ण, कल्याणपुर के विकास बाल्मिकी, दर्शनपुरवा के प्रदीप कुमार ने भी आई नेक्स्ट से बैंक एकाउंट खुलवाने के नाम पर सामने आ रही जटिलताओं के बारे में बताया।

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जन धन योजना के तहत खोले जाने वाले बैंक एकाउंट की प्रक्रिया को काफी सरल बनाया गया है। अगर बैंक के इम्प्लाइज या फिर कोई ऑफिसर पब्लिक को इस योजना के तहत खोले जाने वाले बैंक एकाउंट को जटिल बता रहा है तो लोग सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्या का तुरंत निस्तारण किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य यही है कि हर व्यक्ति का बैंक में एकाउंट हो। इसके लिए बैंक अधिकारियों और इम्प्लाइज को सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं अगर कोई लापरवाही कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एनके पवार, डीजीएम, बैंक ऑफ बड़ौदा

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जन धन योजना के तहत खोले जा रहे एकाउंट के नाम पर पब्लिक के सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

सरकारी योजनाएं लोगों के लाभ के लिए शुरू की जाती हैं जबकि सरकारी कर्मचारी उसका माखौल उड़ाते हैं। ऐसा करने वाले सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

रोहित गुप्ता

जन धन योजना का क्या हाल हो रहा है? इसकी तो अभी शुरुआत हुई है। आगे-आगे देखिए क्या होता है। अभी तो जब लोग बैंक इसके बारे में पूछने जाएंगे तो अधिकारी कहेंगे कि हमको मालूम ही नहीं है।

प्रदीप

हमेशा से सरकारी योजनाओं के साथ ऐसा होता रहा है। ये योजनाएं लोगों को फायदा नहीं पहुंचाती हैं बल्कि उनके दिलों पर चोट पहुंचाती हैं।

मनीषा

मुझको लगता है कि पासबुक परचून की दुकान में मिलने वाले मामले में गलती किसी इम्प्लाइ की है। उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

विशाल

पब्लिक की भावनाओं के साथ जो भी बैंक अधिकारी या इम्प्लाई खिलवाड़ कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस योजना का फायदा पब्लिक को मिलना चाहिए।

गौरव

गलती करने वाले बैंक अधिकारी के खिलाफ अगर कार्रवाई हो जाए तो फिर कोई अधिकारी दोबारा ऐसे करने की हिमाकत नहीं करेगा।

जब प्रधानमंत्री की महात्वाकांक्षी जन धन योजना का ये हाल है तो फिर दूसरी योजना का क्या होता होगा ये बताने की जरूरत नहीं है। सरकारी कर्मचारी ही सरकार को बदनाम कर रहे हैं।

पवन

Posted By: Inextlive