प्राइम मिनिस्टर मोदी की बढ़ती पाप्युलैरिटी और इसके चलते बीजेपी के लगातार ज्यादा पावरफुल होने से परेशान रीजनल पार्टीज के ग्रुप जनता परिवार ने एक ज्वाइंट थर्ड फ्रंट तैयार करने का इरादा किया है. इसको अमली जामा पहनाने के लिए सही कदम उठाने के बारे में डिस्क्शन करने के लिए इस फेमिली के लीडर्स समाजवादी पार्टी के चीफ मुलायम सिंह यादव के रेजिडेंस पर इकठ्ठे हो रहे हैं.


आज दिल्ली में जनता परिवार के लीडर्स की मुलायम सिंह यादव के घर एक इंर्पोटेंट मीटिंग होने वाली है.  इस मीटिंग में नीतीश कुमार, देवगौड़ा, दुष्यंत चौटाला जैसे कई सीनियर लीडर्स शामिल हो रहे हैं. इस मीटिंग के बाद तय माना जा रहा है कि जनता परिवार के इन मेंबर्स का ये इरादा पुख्ता हो चुका है कि ये मिल कर एक स्ट्रांग थर्ड फ्रंट खड़ा करेंगे.
इस थर्ड फ्रंट के लिए ये आपस में मर्ज होकर एक नयी पार्टी भी बना सकते हैं. जिन पार्टियों के मर्जर के चांसेज हैं उनमें मुलायम सिंह की समाजवादी पार्टी, लालू प्रसाद की आरजेडी, ओम प्रकाश चौटाला की आईएनएलडी, नीतीश कुमार की जेडी(यू) और देवगौड़ा की जेडीएस शामिल है. सुनने में ये भी आया है कि आज की मीटिंग में ये पार्टीज अपने मर्जर के बाद नयी ज्वाइंट पार्टी के नाम का अनाउंसमेंट भी कर सकती हैं.  ये नाम समाजवादी जनता दल रखा जा सकता है. मुलायम इस पार्टी के प्रेसिडेंट बनाए जा सकते हैं.


सबसे इंर्पोटेंट बात ये है कि इस मर्जर से बनने वाली नई पार्टी के फार्म होने से पार्लियामेंट में नंबर्स के खेल में बड़ा डिफरेंस आएगा जो बीजेपी के लिए प्राब्लम क्रिएट कर सकता है. इस पार्टी के पास कांग्रेस के बाद राज्यसभा में सबसे ज्यादा मेंबर्स होंगे और ये केंद्र सरकार को ब्लैक मनी और इंप्लॉयमेंट के इश्यूस पर गवरमेंट को टारगेट करेगी.  बिहार के चीफ मिनिस्टर रह चुके नीतीश कुमार कर कहना है कि ये अब वक्त की डिमांड है कि जनता फेमिली एक साथ आए और सेक्युलर पॉवर तैयार करें. वहीं उनके मर्जर प्लान पर कांग्रेस का मानना है कि बेशक डिमॉक्रेसी में सबको अपनी पार्टीज के बारे में डिसीजन लेने का राइट है लेकिन इन पार्टीज के डीएनए में है की वे मर्ज नहीं रह पातीं. बेशक समाजवादी साथ आते तो हैं पर ज्यादा देर तक साथ चलते रह नहीं पाते हैं.

Hindi News from India News Desk

Posted By: Molly Seth