गरीबों का धन 'लूट' रहा पीएम का जनधन

- जीरो बैलेंस पर एटीएम इस्तेमाल कर कर्जदार बन रहे है जनधन के एकाउंट होल्डर

-बैलेंस न होने पर सेम ब्रांच के एटीएम पर 9 और अदर ब्रांच के एटीएम पर 16 रुपए रहे हैं कट

BAREILLY:

पीएम नरेंद्र मोदी की गरीबों के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना जनधन अब उन्हीं गरीबों पर भारी पड़ रही है। जनधन एकाउंट होल्डर्स की ना समझी उन्हें कर्ज तले दबा रही है। दरअसल, आरबीआई की गाइड लाइन के मुताबिक एटीएम का इस्तेमाल करते वक्त अकाउंट में पैसा होना जरूरी है। यदि अकाउंट में जीरो बैलेंस है तो फिर कस्टमर को एक निश्चित पेनॉल्टी पे करनी होती है। मगर जनधन के ज्यादातर अकाउंट होल्डर इस बात से अंजान हैं और वह खुद को कर्ज में डूबा रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

पीएम की योजना के तहत बैंकों ने लाखों की तादाद में जीरो बैलेंस में जनधन अकाउंट खोल दिए। बैंकों ने अकाउंट होल्डर को इसके एटीएम कार्ड भी दिया गया। हो यह रहा है कि अकाउंट होल्डर बिना अकाउंट में पैसा डाले ही बार-बार मशीन में जाकर एटीएम कार्ड का यूज कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में हो यह रहा है कि वह जितनी बार एटीएम मशीन में एटीएम का यूज कर रहे हैं, जीरो बैलेंस होने पर हर बार उनके अकाउंट से पेनाल्टी कट जा रही है।

एमाउंट आते ही कट जाएगी पेनाल्टी

बैंक ऑफिसर्स ने बताया कि जीरो बैलेंस पर अकाउंट होल्डर को कतई एटीएम इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यदि वह ऐसा करता हैं तो, सेम ब्रांच का एटीएम होने पर 9 रुपए और अदर बैंक का एटीएम होने पर 16 रुपए पेनॉल्टी लगती है। जब भी उसके अकाउंट में पैसा जमा होगा। बैंक उस डिपॉजिट से पेनॉल्टी काट लेगा। लेकिन इस बात की जानकारी नहीं होने से जनधन के अकाउंट होल्डर्स एटीएम का इस्तेमाल कर रहे है।

6 प्रतिशत के करीब हो रहे हैं कर्जदार

बैंक ऑफिसर्स ने बताया कि हजारों की तादाद में जनधन अकाउंट होल्डर पर पेनाल्टी लगी है। उन्होंने बताया कि करीब छह प्रतिशत ऐसे अकाउंट होल्डर होंगे, जो बिना कुछ पाए ही कर्जदार हो गए हैं.बरेली डिस्ट्रिक्ट में जनधन योजना के तहत 7 लाख से अधिक अकाउंट ओपेन हुए हैं। जनधन योजना के तहत लोगों का अकाउंट जीरो बैलेंस पर ओपेन किया गया है। मैक्सिमम लोग अपने अकाउंट में पैसे जमा नहीं कर रहे हैं। मगर गवर्नमेंट से योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ के चक्कर में वह बैलेंस चेक करते रहते हैं।

यह मिलने है लाभ

इस योजना के अंतर्गत एक लाख रुपए दुर्घटना बीमा, 30 हजार का साधारण जीवन बीमा और 5 हजार रुपए ओवर ड्रॉफ्ट के लाभ लोगों को मिलने हैं। ओवर ड्रॉफ्ट का पैसा जल्द से जल्द या फिर 36 महीने में रुपए वापस करने होंगे। इसके अलावा रिलेटेड व्यक्ति की एज 18 से 60 साल के बीच होनी मस्ट है। यहीं नहीं नई गाइडलाइंस के मुताबिक शहर क्षेत्र के लिए 1.20 लाख और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की वार्षिक आय 60 हजार से अधिक नहीं होनी चाहिए।

जीरो बैलेंस पर एटीएम का इस्तेमाल करने पर कस्टमर पर एक निश्चित पेनॉल्टी लगती है। जब भी वह पैसा जमा करेगा पेनॉल्टी का पैसा अकाउंट से कट जाएगा। जनधन के लोग इस तरह के काम ज्यादा कर रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या 6 परसेंट से अधिक है।

राजीव चंद्र जोशी, असिस्टेंट जनरल मैनेजर, एसबीआई

आरबीआई की गाइड लाइन है। जीरो बैलेंस पर लोगों को एटीएम का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। ब्रांच का एटीएम होने पर 9 रुपए तक पेनॉल्टी है।

संजीव मेहरोत्रा, उप महामंत्री, यूनियन बैंक स्टॉफ एसोसिएशन

Posted By: Inextlive