-रत्नागिरी पर्वत पर विश्वशांति स्तूप के उत्सव में पहुंचे सीएम

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क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: बिहारशरीफ के रत्नागिरी पर्वत पर बने विश्वशांति स्तूप के 49वें वार्षिकोत्सव में शामिल होने के लिए गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार पहुंचे। उन्होंने कहा कि फूजी गुरूजी और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का संबंध अविस्मरणीय है। गांधी को उनके मशहूर तीन बंदरों का आइडिया गुरूजी ने ही दिया था। इन तीन बंदरों के बुरा मत बोलो, बुरा मत सुनो और बुरा मत देखो के संदेश में शांति और सद्भावना के सारे कारक मौजूद हैं।

बुद्ध के उपदेश पर होंगे कांफ्रेंस

सीएम ने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद पूरी दुनिया को शांति का संदेश देने के लिए इस स्तूप का निर्माण जापान के फूजी गुरूजी ने ही कराया था। 1969 में जब इस स्तूप का उद्घाटन हुआ, उस वक्त गांधी के जन्म का सौवां साल था। अगले साल विश्व शांति स्तूप के 50वें वार्षिकोत्सव के समय गांधी के जन्म का 150वां साल हो जाएगा। इसलिए अगले साल भव्य तरीके से स्तूप का वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। कहा, गांधी के विचार और बुद्ध के उपदेश एक हैं। इसी विषय पर विश्वस्तरीय कांफ्रेंस कराएंगे और राष्ट्रपति को भी आमंत्रित करेंगे।

तेजी से हो रहा है काम

इसी साल अपनी जापान यात्रा का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि वहां नारा प्रांत के गर्वनर से मुलाकात हुई। जिसमें बिहार को नारा के सिस्टर स्टेट की तर्ज पर विकसित करने पर सहमति बनी। इस प्रस्ताव पर विदेश मंत्रालय तेजी से काम कर रहा है। जल्द ही एमओयू पर दस्तखत हो जाएंगे। भगवान बुद्ध से जुड़े देश के तमाम स्थलों को रेल रूट से जोड़ने और सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाने का भी जापान ने वचन दिया है। लगे हाथ सीएम ने गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पूरे साल जापान और अन्य बौद्ध देशों से नियमित उड़ान की भी चर्चा की। इसके लिए केन्द्र सरकार को पहल करनी चाहिए। सीएम ने कहा कि यहां से सीधे गृद्धकूट पर्वत दिखता है। जहां ज्ञान प्राप्ति के बाद भगवान बुद्ध अपने शिष्यों को उपदेश दिया करते थे।

जापान और थाईलैंड के भिक्षु और प्रतिनिधि थे मौजूद

जापान, वर्मा, थाईलैंड और नेपाल के बौद्ध भिक्षु तो थे ही जापान की सीजीसी कम्पनी के 100 प्रतिनिधि भी शामिल थे। इस कारण उनका पूरा फोकस जापान से भारत के जुड़ाव और उसे विस्तार देने पर केन्द्रित रहा। विशिष्ट अतिथि के तौर पर पूर्व विदेश सचिव सह क¨लगा इंटरनेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन ललित मान सिंह, जापान की सीजीसी कम्पनी के चेयरमैन सह सीजीसी व सैंटोकू पिलग्रिमेज मिशन ऑफ इंडिया के लीडर अस्तुहीरो होरिउची, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार और अन्य अफसर मौजूद थे।

Posted By: Inextlive