आप अगर हैडिंग पढ़ कर हैरान हैं या इसे किसी हद तक वियर्ड मानते हैं तो जान लें कि ये एक सच्‍चाई है। आजकल विदेशों में मध्‍यम वर्ग की कई महिलायें मां के दूध या अपने ब्रेस्‍ट मिल्‍क से बने जेवर पहनना पसंद कर रही हैं।

जाने मॉम्स ओन मिल्क के बारे में
ब्रिटेन की चंद सबसे नामचीन ब्रेस्ट मिल्क ज्वेलरी बनाने वाली कंपनिंयों में से एक है विकी क्रेवाटिन की कंपनी 'मॉम्स ओन मिल्क'। इसकी ओनर का कहना है कि वो जानती हैं कि कई लोग इसके विरोध में हैं पर वो ये भी कहती हैं कि उनके पास इसके बावजूद इसे पसंद करने वालों के ज्वेलरी बनाने के ऑर्डर काफी तादात में आते हैं। विकी ने ये कंपनी तब शुरू की जब वो एक बेटे की मां बनीं जो अब चार साल का हो चुका है। हालाकि अब कई ऑन लाइन विक्रेताओं ने उनकी कंपनी को मानवीय भवनाओं के खिलाफ होने के आधार पर प्रमोट करना बंद कर दिया है।
कैसे बनते हैं मां के दूध से जेवर
जब एक महिला सुजैने विलियम्स ने अपने लिए अपने ही दूध से बना पैडेंट बनाने की रिक्वेस्ट कंपनी को भेजी तो विकी ने उनके पते पर दो रबर के ढक्कन से पूरी तरह बंद की जाने वाली दो टैस्ट ट्यूब्स भेजीं जिनमें उन्हें 30 मिली अपना ब्रेस्ट मिल्क कंपनी को भेजना था। जो उनके लिए आसान था क्योंकि वो तब अपने तीसरे बच्चे ऑलिवर को ब्रेस्ट फीडिंग करा रही थीं।
गाय के दूध से देर में खराब होना शुरू होता है ब्रेस्ट मिल्क
ज्वेलरी कंपनी की मालिक विकी ने बताया गाय या भैंस के दूध की तुलना में मां का दूध ज्यादा समय तक रखा जा सकता है वो खराब नहीं होता।  इसके बाद जब दूध उन्हें मिल जाता है तो वो उसमें सीक्रेट इंग्रीडियन डाल कर उसे सेमी थिक बनाते हैं। उसके बाद उसे ग्राहक के पसंदीदा शेप में काटा जाता है। हालाकि कुछ विशेषज्ञों ने बताया कि ये सीक्रेट इंग्रीडियन विनेगर या नींबू का रस है जिससे दूध को थिकनेस दी जाती है। इसके बाद इसे प्लास्टिक की राल से बने शेप कंटेनर में सेट करने के लिए लगाया जाता है। लगभग पांच दिन में ज्वेलरी पीस पूरी तरह तैयार हो जाता है। सुजैने अपने लिए एक लॉकेट बनवाया था। जिसे अब वो हमेशा पहने रहती हैं।

 

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Posted By: Molly Seth