क्त्रन्ष्ट॥ढ्ढ : राज्य सरकार ने रांची और गुमला में कौशल विकास केंद्र खोलने का फैसला किया है। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से राज्य के सभी जिलों में ये केंद्र खोले जाएंगे। सरकार की योजना युवाओं के हुनर को निखारकर उन्हें स्वावलंबी बनाना है, ताकि वे खुद के साथ दूसरों को भी रोजगार दे सकें। समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने ये बातें कहीं। मौका था बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए रघुवर सरकार प्रतिबद्ध है। झारखंड में निवेश के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दो सालों में 24 हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं।

मानव तस्करों पर कसेगा शिकंजा

समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि झारखंड में मानव तस्करी रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। यहां के युवक-युवतियों को नौकरी का झांसा देकर बड़े शहरों में बेचने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। मानव तस्करी को रोकने के लिए सरकार कानून भी बनाने जा रही है। मौके पर महिला एवं समाज कल्याण सचिव एम एस भाटिया बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष आरती कुजूरए डॉक्टर मनोज पांडे सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बालश्रम रोकने और बाल अधिकार के प्रति जन जागरुकता अभियान चलाने का संकल्प लिया।

कोई बच्चा शिक्षा से नहीं हो वंचित

डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि कि इसमें ट्रैफिकिंग से मुक्त कराई गई बच्चियों और बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह दिन बच्चों के लिए है। किसी को अच्छा वातावरण मिल पाता है किसी को नहीं। शिक्षा का अधिकार बच्चों के लिए जरूरी है। किसी बच्चे को शिक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता। सर्व शिक्षा अभियान इसी के लिए शुरू किया गया है। कई बच्चे अभिभावकों के जागरूकता के बिना शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा की बाल संरक्षण आयोग इस तरह का कार्यक्त्रम प्रमंडल और गांव में भी करें।

बाल श्रम रोकने के लिए चलेगा छापेमारी अभियान

उनके मुताबिक शिक्षा में बाल श्रम सबसे बड़ी बाधक है। खेलने-कूदने और पढ़ने की उम्र में बच्चे बाल श्रम कर रहे हैं। कुछ की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। कुछ में जागरूकता की कमी है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को इमानदारी से बालश्रम को खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है। ईमानदारी से सब का सहयोग मिलने पर योजना सफल होगी। काम के प्रति सभी को ईमानदार होना होगा।

Posted By: Inextlive