-लेब्राडॉर और जर्मन शेफर्ड नहीं हो पा रहे कारगर

--CID ने state government को भेजा प्रपोजल

JAMSHEDPUR : क्राइम डिटेक्शन और नक्सलियों के खिलाफ होने वाली लड़ाई में डॉग्स का अहम रोल होता है। झारखंड पुलिस के पास डॉग्स की कमी है और इसे दूर करने की कोशिश की जा रही है। क्राइम डिटेक्शन को लेकर कोई मौके पर डॉग्स का यूज करती है, लेकिन प्रॉपर ट्रेनिंग नहीं होने की वजह से डॉग्स सही तरीके से काम नहीं कर पाते हैं। इस कारण भी पुलिस को प्रॉब्लम हो रही है।

नक्सल ऑपरेशन में dogs होते हैं helpful

क्राइम डिटेक्शन के साथ ही नक्सल ऑपरेशन में भी पुलिस के लिए डॉग्स काफी हेल्पफुल होते हैं। हालांकि पुलिस के पास जो डॉग्स हैं वे नक्सल ऑपरेशन में उतने कारगर नहीं प्रूव हो पा रहे हैं। यही कारण है कि पुलिस अब बेहतर ब्रीड के डॉग्स लाने की तैयारी में हैं। इसे लेकर क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने स्टेट गवर्नमेंट को प्रपोजल भी भेजा है।

Army trained dogs खरीदेगी झारखंड पुलिस

इन्फॉर्मेशन मिली है कि झारखंड पुलिस अब आर्मी ट्रेंड डॉग्स खरीदने की तैयारी में है। इसके लिए आर्मी के मेरठ स्थित कैनल से बेल्जियम शेफर्ड परचेज किए जाएंगे। बताते हैं कि यहां पुलिस की जरूरतों के मुताबिक डॉग्स को ट्रेनिंग दी जाती है। डॉग्स के जन्म के 2 महीने बाद से अगले 8 महीनों में पूरी तरह ट्रेंड कर दिया जाता है।

58 dogs में बचे हैं केवल 24

जानकारी के मुताबिक झारखंड पुलिस ने पहले 58 लेब्राडॉर व जर्मन शेफर्ड परचेज किए थे। इनमें से 34 की डेथ हो चुकी है और केवल 24 ही बचे हैं। डॉग्स के मरने की वजह झारखंड के एन्वायरनमेंट को बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस अब तक टेंडर निकाल कर अपने लेवल से ही डॉग्स की खरीदारी करती रही है। इस कारण कई बार बीमार डॉग्स की भी खरीदारी कर ली गई थी।

नहीं हो रहे कारगर

पुलिस सूत्रों के मुताबिक झारखंड के एन्वायरमेंट में जर्मन शेफर्ड व लेब्रडॉर नक्सल अभियान में पुलिस के लिए उतने कारगर नहीं प्रूव हो पा रहे हैं। नक्सल ऑपरेशन हो, विस्फोटक की पहचान हो या फिर क्राइम डिटेक्शन से जुड़े मामले हों, ये डॉग्स ज्यादा कारगर नहीं साबित हो पाते हैं। इस कारण पुलिस आर्मी कैम्प से ट्रेंड बेल्जियम शेफर्ड ब्रीड के डॉग्स खरीदने की तैयारी में है, ताकि ऑपरेशन में किसी तरह की कोई पेरशानी न हो।

झारखंड पुलिस को चाहिए 218 dogs

इन्फॉर्मेशन के मुताबिक झारखंड पुलिस को ख्क्8 डॉग्स की जरूरत है। इनमें से झारखंड पुलिस को क्फ्8 और एसटीएफ को 80 डॉग्स की जरूरत है। फिलहाल सिचुएशन यह है कि एसटीएफ के लिए 9ख् डॉग्स सैंक्शंड हैं, लेकिन उसके पास एक भी डॉग नहीं है। हालांकि, उसके पास क्ख् सेट केनल और क्0 सेट हैंडलर क्वार्टर भी हैं।

पुलिस के लिए बेल्जियम शेफर्ड की खरीदारी की जानी है। इसके लिए होम डिपार्टमेंट को प्रपोजल भी भेज दिया गया है। मामले में डाइरेक्शन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-एसएन प्रधान, एडीजी, सीआईडी

Posted By: Inextlive