नक्सली और आंतकी खौफ के बीच झारखंड व जम्मू-कश्मीर में मतदान
विरोध के बावजूद लोगा निकल रहे घरों से
जहां एक ओर जम्मू-कश्मीर में इतनी ठंड के बीच भी मतदाताओं की गर्मजोशी चरम पर है. उधर, महिलाओं की लंबी कतारें भी मतदान केंद्रों पर दिख रही है. इसके साथ ही झारखंड में भी नक्सली डर के बीच मतदाता बड़ी संख्या में घर से बाहर निकल रहे हैं. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने विधानसभा चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है, तो झारखंड में नक्सली इसके विरोध में हिंसा पर उतारू हैं.
निगेहबानी के लिए लगाए गए हेलीकॉप्टर
जानकारी है कि झारखंड में मतदान केंद्रों की निगहबानी के लिए हेलीकॉप्टपर लगाए गए हैं. जहां-जहां भी मतदान हो रहा है, सभी पूरी तरह से नक्सली प्रभावित इलाके हैं. इसके बावजूद सुबह सात बजे से ही इन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर मतदाता सुबह से ही पहुंचने शुरू हो गए हैं. आठ बजते- बजते बूथों पर लंबी कतार लग गई थी.
नक्सलियों ने बूथ पर रखा बम
वहीं गुमला जिले के एक मतदान केंद्र संख्या 185 पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत भी सुनने को मिली है. पलामू जिले के हुसैनाबाद अनुमंडल विधानसभा क्षेत्र के हरिहरगंज के बूथ संख्या 259 व 260 पर नक्सलियों बम लगा रखे थे. खैर हो कि लोगों ने इसे समय रहते देख लिया और तुरंत पुलिस को इस बारे में सूचना दे दी गई. सूचना के बाद वहां बम निरोधक दस्ता भी पहुंच गया है. फिलहाल इन दोनों मतदान केंद्रों के बाहर रखे बम के आसपास पुलिस ने घेराबंदी कर दी है, लेकिन इस कारण से इन दोनों केंद्रों पर अभी मतदान शुरू नहीं हो सका है.
एक मतदान केंद्र पर बांटे गए गुलाब
वहीं एक अच्छी खबर ये भी है कि गुमला जिले में एक मतदान केंद्र पर आने वाले नए मतदाताओं को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया जा रहा है. गौरतलब है कि मतदाताओं में उत्साह बढ़ाने के लिए यह अनोखी परंपरा शुरू की गई है. इस बीच सेना के प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने जम्मू-कश्मीर में मतदान के दौरान सुरक्षा इंतजामों का जायजा भी लिया.
जानें, कितने प्रत्याशी हैं कहां से
जानकारी है कि पहले चरण में झारखंड की 13 सीटों पर 199 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं, तो जम्मू-कश्मीर की 15 सीटों पर 123 प्रत्याशी अखाड़े में हैं. झारखंड में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, भाजपा व झामुमो के बीच है, जबकि जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस व भाजपा के लिए चुनावी अखाड़ा बना है.