-प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने टाटा जू को तिमाही व सालाना रिपोर्ट देने को कहा है

-पहले जू प्रबंधन राज्य सरकार को नहीं देता था कोई सूचना

JAMSHEDPUR: टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क की प्रदेश सरकार निगरानी करेगी। टाटा स्टील जू प्रबंधन अब तक राज्य सरकार को यह भी सूचना नहीं देता था कि उसके जू में कितने प्रकार के और कितने पशु-पक्षी हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने टाटा जू को अपनी हर गतिविधि की तिमाही व सालाना रिपोर्ट देने को कहा है। सरकार के कान तब खड़े हुए, जब उसे पता चला कि टाटा जू इजरायल से चार जेब्रा मंगवाए जा रहे हैं, जो इसी माह के अंत तक जमशेदपुर पहुंचने वाले हैं।

नहीं थी सूचना

सेंट्रल जू ऑथरिटी ऑफ इंडिया ने जेब्रा मंगाने की अनुमति प्रदान कर दी है, लेकिन इसकी सूचना राज्य सरकार को नहीं थी। सेंट्रल जू ऑथरिटी ऑफ इंडिया ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर पूछा कि टाटा जू में जेब्रा को रखने के लिए हर तरह से माहौल अनुकूल है या नहीं। इसके लिए राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वाइल्ड लाइफ ने सीसीएफ राजीव रंजन व डीएफओ दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी को जमशेदपुर भेजा। गुरुवार को दोनों ही वरीय अधिकारी टाटा जू पहुंचे और जू के निदेशक विपुल चक्रवर्ती, जू के डॉक्टर पालित के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें सीसीएफ वाइल्ड लाइफ राजीव रंजन ने स्पष्ट शब्दों में जू के अधिकारियों को कहा कि अब हर हाल में जू से संबंधित रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजनी होगी। जू के अधिकारियों ने रिपोर्ट भेजने पर हामी भर दी।

जन्म-मृत्यु व पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग

इस अवसर पर सीसीएफ ने जू के अंदर पिछले तीन साल की जानवरों की जन्म-मृत्यु व पोस्टमार्टम रिपोर्ट की भी मांग की। इस पर जू के अधिकारियों ने शनिवार तक इसे सरकार को उपलब्ध कराने की बात कही। सीसीएफ राजीव रंजन ने कहा कि जू में दो तेंदुओं की मौत का कारण गले में खाना फंसना बताया गया है, लेकिन इससे संबंधित रिपोर्ट देखकर ही कुछ कहा जा सकता है। राजीव रंजन के अनुसार जेब्रा के रहने के लिए टाटा स्टील जू में अनुकूल वातावरण व पर्याप्त जगह है। वह एनओसी के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक को अपना मंतव्य देंगे। फ्0 नवंबर को इजराइल से चार जेब्रा मुंबई पहुंचेंगे। वहां से इन्हें जमशेदपुर लाया जाएगा।

Posted By: Inextlive