मेरठ में एसटीएफ व एसआईटी ने फौजी जीतू से काफी देर तक की पूछताछ

इंस्पेक्टर की हत्या का अभी भी बना हुई है राज

Meerut। एसटीएफ के सामने फौजी जीतू ने स्याना में हुई हिंसा के कई राज खोले। इसके साथ उसने कबूल भी किया कि वह हिंसा करने वाले लोगों की भीड़ का हिस्सा था, लेकिन वह यह नहीं कबूल कर रहा है कि इंस्पेक्टर को गोली उसने मारी है, एसटीएफ ब्रिजेश कुमार का कहना है कि जीतू से एटीएफ व एसआईटी के तेज तर्रार अधिकारियों ने काफी देर तक अलग- अलग कमरों में पूछताछ की गई, लेकिन हिंसा के उसने कई रोज भी खोले। जो अब तक कागजों में दफन हो चुके है।

सेना ने किया सुपुर्द

बुलंदशहर के स्याना में तीन दिसंबर को गोकशी को लेकर हुए बवाल में शहीद हुए कोतवाल सुबोध कुमार सिंह की हत्या में आरोपित माने जा रहे जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को सैन्य अधिकारियों ने शनिवार रात 1.00 बजे नोएडा एसटीएफ के सुपुर्द कर दिया था। यहां से एसआईटी टीम व बुलंदशहर पुलिस उसको गिरफ्तार कर स्याना कोतवाली ले गई।

कड़ी पूछताछ

एसटीएफ सीओ ब्रजेश कुमार ने बताया कि जीतू से काफी देर तक पूछताछ की गई। उसने हिंसा से कई राज खोले है। दूसरी ओर, पुलिस को अभी ऐसे कोई सुबूत नहीं मिला है, जिससे यह कहा जा सके कि जीतू फौजी ने ही कोतवाल की गोली मारकर हत्या की। इसलिए उससे ज्यादा पूछताछ नहीं की गई। उसकी बातों पर विश्वास भी किया गया।

नहीं मिले साक्ष्य

एसटीएफ के सीओ ने बताया कि उनके पास साक्ष्य हैं कि जीतू फौजी भीड़ का हिस्सा था, जिसके सबूत पुलिस को मिले हैं, लेकिन उसने ही कोतवाल को गोली मारी, इसके साक्ष्य अभी नहीं मिले हैं। एसआईटी इसकी जांच कर रही है।

किसने चलाई गोली

बार- बार एसआईटी व एसटीएफ के दिमाग में एक ही प्रश्न घूम रहा है कि फौजी जीतू साफ साफ इंकार कर रहा है कि उसने इंस्पेक्टर पर गोली नहीं चलाई। हां वह भीड़ में गया था। लेकिन वह वहां से वापस आ गया था। इंस्पेक्टर पर गोली किसने चलाई। इसका जवाब किसी के पास नहीं निकल कर रहा है कि इंस्पेक्टर किसकी गोली का शिकार हुआ।

ये है मामला

गत 3 दिसंबर को बुलंदशहर स्याना के महाव गांव में गोवंश के अवशेष मिले थे, जिसको लेकर बवाल हो गया था। इसमें स्याना कोतवाल सुबोध कुमार सिंह और चिंगरावठी के युवक सुमित की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने 27 बलवाइयों को नामजद करते हुए 60 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया था। इसमें जम्मू कश्मीर में तैनात फौजी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू को भी आरोपित बनाया गया है। शुरुआती जांच में पुलिस जीतू फौजी को कोतवाल की हत्या का आरोपित मान रही है।

Posted By: Inextlive