यंग जनरेशन के लिए जोधा अकबर स्टाइल ज्वैलरी को लाइट वेट में बाजार में उतारा गया

महिलाओं में कर्ण फूल ईयर कप्स और हीरे के हल्के मंगलसूत्र की भारी डिमांड

कड़ों के साथ आकर्षक ब्रेसलेट बन रहे हैं पुरुषों की पहली पसंद

Meerut. हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाया जाता है. इस बार 7 मई मंगलवार को अक्षय तृतीया है. इस दिन सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है. जैसे-जैसे अक्षय तृतीया की तिथि नजदीक आ रही है ज्वैलरी बाजारों में रौनक आनी शुरू हो गई है. इस बार इस खास मौके पर ग्राहकों को लुभाने के लिए नई-नई वैरायटी और डिजाइन की ज्वैलरी बाजार में उपलब्ध है. पिछले साल के जोधा अकबर ट्रेंड की सफलता के बाद इस साल भी उस डिजाइन की ज्वैलरी को रिपीट किया जा रहा है. हालांकि पब्लिक की लाइट वेट ज्वैलरी की डिमांड को देखते हुए उसमें चेंजेस जरूर किए गए हैं.

हैवी लुक की लाइट वेट ज्वैलरी

इसलिए इस बार यंग जनरेशन की पसंद को ध्यान में रखते हुए जोधा अकबर स्टाईल हैवी लुक और लाइट वेट ज्वैलरी बाजार में मौजूद है. जिसे डायमंड, गोल्ड और सिल्वर तीनों टाइप में महीन कारीगरी के साथ कर तैयार किया गया है.

कर्णफूल ईयर कफस

युवतियों को लुभाने के लिए इस बार कर्ण फूल वाले दार, फूल बेल की तरह ईयररिंग कफस और पायल को बिल्कुल नए लुक में तैयार किया गया है. इसमें क्रिस्टल, स्टोन व जरकन के नगों का प्रयोग कर इन्हें आकर्षक बनाया गया है. विभिन्न रंगों के काम्बिनेशन से ये ईयररिंग और नोजरिंग अलग लुक में मौजूद हैं.

डिजाइनर ब्रेसलेट

युवको को लुभाने के लिए इस बार अक्षय तृतीया पर ट्रेडिशनल गोल्ड चेन, रिंग और कड़ों के साथ आकर्षक ब्रेसलेट को बाजार में उतारा गया है. इन ब्रेसलेट और वेडिंग बैंड को कड़ों को डार्क कलर बेस वाली थीम पर तैयार किया गया है, ताकि ये युवाओं को देखते ही पसंद आ जाएं.

इस बार युवतियों की पसंद को ध्यान में रखते हुए कर्ण फूल ईयर रिंग और पायल को विशेष तौर पर तैयार किया गया है. इनमें आकर्षक रंग और डिजाइन से बिक्री में इजाफा होने की पूरी संभावना है.

दिनेश भारद्वाज, भारद्वाज ज्वैलर्स

इस बार ज्वैलरी के साथ सिक्के, भगवान की मूर्तियों को भी डिमांड के अनुसार मंगाया गया है. इनमें सोने के साथ-साथ चांदी पर भी वर्क किया गया है. वहीं हैवी लुक और लाइट वेट ज्वैलरी व हीरे वाले हल्के मंगलसूत्र भी बहुत पसंद किए जा रहे हैं.

मयूर जैन, जोधामल ज्वैलर्स

Posted By: Lekhchand Singh