-सूबे के सबसे बड़े हॉस्पिटल पीएमसीएच में एम्बुलेंस चालकों का है जंगल राज

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PATNA: पीएमसीएच में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पोस्टमार्टम रूम में खुलेआम गुंडा टैक्स वसूला जा रहा है. इमरजेंसी में किसी की मौत होने के बाद 100 कदम दूर पोस्टमार्टम रूम तक लाश ले जाने के लिए 1000 रुपए वसूला जाता है. हैरानी की बात ये है कि वहां खड़े सभी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी चलती है. रुपए नहीं देने पर डेडबॉडी इमरजेंसी में रह जाएगी. किसी की मौत होने के बाद परिजन वैसे ही परेशान रहते हैं. एम्बुलेंस चालकों की मनमानी से उन्हें डबल परेशानी झेलनी पड़ती है. इसके बाद पोस्टमार्टम रूम में लाश उतारने से लेकर चढ़ाने तक अलग-अगल राशि वूसली जाती है. ये सब वहां खुलेआम होता है. वे लोग न तो किसी कानून को मानते हैं और न ही उनके दिलों में किसी का खौफ है.

5 हजार हो तभी होगा पीएम

अगर आप किसी अपने का पोस्टमार्टम कराने पटना के पीएमसीएच में जा रहे हैं तो आप अपने पास कम से कम 5 हजार रुपए जरूर रखिए. ये राशि आपको नियमत: नहीं देना है. ये राशि गुंडा टैक्स के रूप में देना होता है. इस परेशानी से आए दिन पीएमसीएच में लोगों को सामना करना पड़ता है लेकिन इसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.

हठधर्मिता इतनी की रसीद तक नहीं देते

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बात करते हुए मनोज कुमार ने बताया कि एम्बुलेंस चालक को रुपए देने से मना किया तो वे लोग मेरे खिलाफ हो गए. बाद में जब एक हजार रुपए दे देने और बदले में रसीन की मांग की. इस पर भी वो लोग भड़क गए और उन लोगों ने कहा कि यहां रसीद नहीं दिया जाता है. मनोज ने बताया कि ये लोग यहां पर काला कारोबार करने में जुटे हुए हैं.

गलती सिस्टम की परेशानी हमारी

पीएम रूम की जो सबसे बड़ी परेशानी है वह यह है कि यहां स्थाई कर्मचारी नहीं है. इस कारण पोस्टमार्टम करने वाले लोग अपनी मनमानी चलाते हैं. पोस्टमार्टम रूम के अंदर पीएमसीएच का नियम नहीं चलता है बल्कि उनके खुद के बनाए नियम चलता है. सबसे बड़ा सवाल ये कि अगर सिस्टम की खामी है तो आम लोग इस सिस्टम का खामियाजा क्यों भुगते.

इमरजेंसी वार्ड से लाश निकालने में भी वसूली

पीएमसीएच के सूत्रों ने बताया कि जब भी इमरजेंसी में किसी की इलाज के दौरान मौत हो जाती है तो वहां पर भी परिजनों से लाश बाहर निकालने के लिए 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक वसूला जाता है. रुपए नहीं देने पर जान बूझकर लेट किया जाता है. परेशान होकर लोग इस लफड़े में नहीं फंसना चाहते हैं और रुपए देने में ही भलाई समझते हैं इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.

ये काफी गंभीर मामला है. वहां पर मृतक के परिजनों से रुपए नहीं लेना चाहिए. अगर इस तरह की स्थिति वहां पर है तो इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.

-संजय कुमार, हेल्थ सेक्रेटरी

Posted By: Manish Kumar