लखनऊ की शीतल पहुंच गई bollywood जल्दी ही रिलीज होने वाली मूवी बबलगम में अहम किरदार निभा रही शीतल कहती हैं कि मंजे हुए कलाकारों के साथ काम करके अच्छा लगा.

एक बार नाकामयाबी के बाद कौन कहता है कामयाबी नहीं मिल सकती. जरूरत बस खुद को उस लेवल पर लाकर खड़ा करने की होती है और ऐसे ही सेकेंड चांस ने शहर की शीतल दुबे को बॉलीवुड तक पहुंचा दिया.
सेंट जोजेफ कॉलेज, राजाजीपुरम में 12वीं क्लास में पढऩे वाली शीतल दुबे ने यह कमाल कर दिखाया. वो फिलहाल इन दिनों फिल्म बबलगम के प्रोमोज में नजर आ रही हैं बहुत जल्दी ही सिनेमा घरों में उनकी फिल्म रिलीज होने वाली है. लखनऊ से मुम्बई तक का सफर तय करने वालों में शीतल इस जेनरेशन का ऐसा चेहरा बन कर बॉलीवुड में शामिल हो चुकी है.
बालों में लगा था तेल
अपनी जिंदगी के इस नए सफर की शुरुआत के बारे में शीतल बताती हैं कि यह नवंबर की बात है जब हमारे कॉलेज की वेकेशंस चल रही थी. कॉलेज खुलने से एक दिन पहले मेरे पास हमारे हेड सर का फोन आया कि शीतल कॉलेज में एक फिल्म का ऑडीशन चल रहा है तुम भी आ जाओ. मैं स्कूल सलवार-कमीज, सिर में तेल लगाए हुए ऑडीशन देने पहुंच गई. करीब 400 बच्चों का ऑडीशन था. मेरा नंबर आया और मैं रिजेक्ट हो गई.
डांटने में आता है मजा
मुझे एक्टिंग में जाने की कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन मैं रिजेक्ट हुई, इसका मुझे बुरा लगा.  मैं दोबारा घर गई. मैंने जींस टाप पहना, बालों को स्टाइल दिया और हल्का मेकअप किया. कॉलेज आकर मैंने सेकेंड चांस के लिए रिक्वेस्ट किया जो मुझे मिला. अब मैं दोबारा उनके सामने थी, उन्होंने मुझे एक स्क्रिप्ट दी जिसमें मुझे अपने भाई को डांटना था. वैसे भी मुझे अपने से छोटों को डांटने में मजा आता है और मैंने कस कर डांटा
और मेरा सेलेक्शन हो गया. पूरे यूपी में फिल्म के लिए ऑडीशन किये गये थे जिसमें यहां से मुझे चुना गया.

फिल्मों में ज्यादा इंट्रेस्ट नहीं

संजीवन लाल निर्देशित और सुष्मा कौल निर्मित यह फिल्म टीन ऐजर्स पर बनाई गई है. 15 से 16 साल के बच्चे जो लडक़ी को देखकर अट्रैक्ट होते हैं और फिर उसे प्यार समझ लेते हैं. इस फिल्म में मेरा किरदार माला सिंह चौहान का है जो ऐसे ही भाई की बहन है. फिल्म की शूटिंग तीन महीने मुंबई और जमशेदपुर में हुई है. तनवी आजमी और सचिन खेडेकर जैसे नामी कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला है मुझे. जहां तक करियर का सवाल है तो मैं लॉयर बनना चाहती हूं फिल्म लाइन में मेरी कोई खास दिलचस्पी नहीं है. लेकिन कोई बहुत ही अच्छा ऑफर आता है तो मना भी नहीं करूंगी.  अब आगे देखते हैं कि किस्मत मुझे कहां ले जाती है.

Posted By: Garima Shukla