-राजेंद्रनगर और किला के सर्राफ को बेच दिए जेवर

: बिगड़ैल लड़कों ने शौक पूरे करने के लिए अपनी बुआ के घर को निशाना बनाया। बुआ के घर से साढ़े सात लाख रुपये के जेवर चोरी कर लिए। इसके बाद इन्हें शहर के अलग-अलग सर्राफ को साढ़े चार लाख में बेच दिए। पता चलने पर जब बुआ के अधिवक्ता पति राजेंद्रनगर में एक सर्राफ के यहां गए तो वहां उनसे अभद्रता की गई। उन्होंने घटना की तहरीर इज्जतनगर थाने में दी है।

डुप्लीकेट चाबी से खोली अलमारी

हार्टमैन कॉलेज के पास रहने वाले अधिवक्ता चंद्र मोहन सक्सेना ने बताया कि उनके सलहज का काफी समय पहले निधन हो गया था। साले व उनके बच्चों को उन्होंने अपने यहां रख लिया। उनकी हर संभव मदद की। बच्चे अब बड़े हो गए हैं। बकौल अधिवक्ता, बीती 25 दिसंबर को वह अपनी बड़ी बेटी के यहां मुरादाबाद गए थे। उनके पीछे साले के लड़के ने अपने चार-पांच दोस्तों के साथ मिलकर घर में रखी आलमारी की डुप्लीकेट चाबी बनवाकर उसे खोल लिया। लॉकर में रखे जेवर चोरी कर लिए। वह बेटी के यहां से पत्नी के साथ लौट भी आए। 26 जनवरी को उन्हें बदायूं में अपनी दूसरी बेटी के यहां एक कार्यक्रम में जाना था। पत्नी ने जेवर पहनने के लिए जब आलमारी का लॉकर खोला तो जेवर के खाली डिब्बे देखकर दंग रह गई। लॉकर से सोने के चार कड़े, तीन चेन, दो पैंडल, सोने की दस अंगूठी, एक जोड़ी सोने के कुंडल चोरी कर लिए।

चोरी का पता चलने पर अधिवक्ता ने लड़कों को बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने सब कबूल लिया। भतीजे ने दोस्तों के साथ मिलकर साढ़े चार लाख में सारे जेवर बेच दिए। फिर नैनीताल जाकर मौज-मस्ती की। 15 दिन में साढ़े चार लाख रुपये खत्म कर दिए। पूछताछ में लड़कों ने बताया कि किला के दो अलग-अलग सर्राफ को दो-दो कंगन बेचे। राजेन्द्र नगर में एक सर्राफ के यहां तीन तोले की चेन 54 हजार में बेच दी। रविवार को जब वे सर्राफ के पास गए तो उसके नौकर ने उनसे अभद्रता की। जबकि एक दिन पहले सर्राफ के बेटे ने स्वीकारा था कि युवक एक महिला को लेकर चेन बेचने आया था। अधिवक्ता ने घटना की तहरीर इज्जतनगर थाना में दी है। इंस्पेक्टर उपेंद्र यादव ने बताया कि घटना की जांच कर रहे हैं। उसके बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

Posted By: Inextlive