-सौंदर्यीकरण के चक्कर में टुनकी तालाब से भी पब्लिक की टूटी आस

-कंक्रीट में तब्दील होने से पानी का लेवल हुआ कम

-गंदगी होने से लोग तालाब का पानी यूज करने से कर रहे परहेज

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रिम्स के पीछे स्थित टुनकी तालाब कभी रिम्स में आने वाले हजारों मरीजों की जान हुआ करता था. मरीज दूर से भी इलाज कराने के लिए जब रिम्स आते थे तो उनके साथ आने वाले लोग नहाने, कपड़ा धोने के लिए इस तालाब में आया करते थे. लेकिन नगर निगम ने अब इस पर पाबंदी लगा दी है. कंक्रीट में तालाब के तब्दील होने के साथ ही इसमें पानी का लेवल भी काफी कम हो गया है, ऊपर से गंदगी की भी इतनी भरमार है कि लोग अब इस तालाब का पानी यूज करने से भी परहेज कर रहे हैं.

बोरिंग भी हो जाएगी बेकार

टुनकी टोली के तालाब को कंक्रीट का तालाब बनाने के बाद इस एरिया में रहने वाले लोगों की आने वाले दिनों में परेशानी और बढ़ने वाली है. क्योंकि इस एरिया में बडे़-बडे़ अपार्टमेंट बने हैं, जहां लोगों ने डीप बोरिंग करा रखा है. तालाब में लबालब पानी रहने पर इस पूरे एरिया में पानी का लेवल मेंटेन रहता था, लेकिन अब इसमें पानी काफी नीचे चला गया है. आने वाले समय में अगर तालाब ही सूख गया तो फिर तो डीप बोरिंग भी बेकार हो जाएगी.

रिम्स के तालाब पर हैं निर्भर

टुनकी टोली तालाब के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि कई साल से हम लोग इस तालाब में नहाने से लेकर कपड़ा धोने तक हर काम करते आ रहे हैं. पीने का पानी दूसरी जगह से लाते हैं. इसके अलावे रिम्स में अपने परिवार का इलाज कराने के लिए आने वाले लोग भी इसी तालाब पर निर्भर रहते थे जिस पर अब पाबंदी लगा दी गई है.

करोड़ों लगाकर भी बर्बाद

रांची नगर निगम द्वारा इस तालाब को खूबसूरत बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर दिया गया. इससे एक तो पानी का लेवल नीचे चला गया अब हाल यह है कि लोगों को बोरिंग कराने के बाद भी पानी नहीं मिल रहा है. ऊपर से तालाब की हालत भी खराब हो गयी है. सब जगह घास निकल आया है. तालाब के अंदर भी गंदगी का अंबार लग गया है.

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सौंदर्यीकरण के नाम पर सुखा दिया

राजधानी रांची में जो तालाब हैं उन्हें खूबसूरत बनाने के नाम पर उनका पानी सुखा दिया गया है. नगर निगम द्वारा तालाबों के सौंदर्यीकरण के चक्कर में पानी का लेवल भी नीचे चला गया है. नगर निगम ने यह भी नहीं सोचा कि जो पानी सुखाया जा रहा है, उसके बाद फिर उसमें पानी कहां से आएगा. इस समय गर्मी में तो पानी के लिए त्राहिमाम की स्थिति है. लोग पानी को तरस जा रहे हैं, इन तालाबों के आस- पास की बस्तियों व रिम्स में बाहर से आने वाले लोग इसी तालाब पर निर्भर रहते हैं, इनका क्या होगा, नगर निगम ने इसके लिए अल्टरनेट उपाय भी नहीं किया.

Posted By: Prabhat Gopal Jha