क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ :कांटाटोली फ्लाईओवर सरकार और पब्लिक दोनों के लिए सिरदर्द बन गया है. यह फ्लाईओवर बनने की शुरुआत से ही तमाम विवादों में आ जुड़ा. मसलन,जुडको के अधिकारियों ने बिना प्लानिंग के काम शुरू करा दिया. न पाइप लाइन शिफ्टिंग के लिए डिजाइन बनाया गया और न ही बिजली के पोल हटाने को. नतीजा कछुए की चाल से निर्माण हो रहा है. जो काम अब तक कंप्लीट हो जाना चाहिए था, वह अब शुरू हो रहा है. लेकिन इस लापरवाही ने सरकार के सामने एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है. काम में देरी होने के कारण फ्लाईओवर के निर्माण कार्य की देखरेख करने वाले प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट ने अपने हाथ खींच लिये हैं. हैदराबाद की कंसल्टेंट कंपनी एनसीपीई ने सरकार को साफ लिखकर दे दिया है कि कांटाटोली फ्लाईओवर का काम इतना सुस्त चल रहा कि कंपनी को अब कंसल्टेंसी देना संभव नहीं है. अब ऐसे में नगर विकास विभाग ने अब नये प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट की तलाश शुरू कर दी है.

पीएमसी की देखरेख में होता है काम

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी की देखरेख में ही कांटाटोली फ्लाईओवर का काम हो रहा है. यह एक्सपर्ट कंपनी है जो देश के कई फ्लाईओवर के निर्माण के लिए डिजाइन करती है. जो छोटे मोटे बदलाव निर्माण में किये जाते हैं वो पीएमसी द्वारा ही किया जाता है. अब कंपनी ने कांटाटोली फ्लाईओवर से अपने हाथ खींच लिये हैं तो इससे फ्लाईओवर निर्माण में और देरी होना तय है.

दो बार संशोधित हुआ डीपीआर

पहले के डीपीआर में पाइप लाइन और बिजली का तार शिफ्ट करने का जिक्र नहीं था, जिसे बाद में संशोधित किया गया. इसी तरह पहले 900 मीटर तक फ्लाईओवर बनना था, वो अब 1200 मीटर तक बनेगा. सर्विस रोड बनाने की योजना भी बाद में आई. पेयजल विभाग को भी नहीं पता है कि जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन किधर से गई है, जमीन खोद कर पाइप ढूंढ रहे हैं जुडको कर्मी, अंडरग्राउंड बिजली वायर को ओवरहेड करना पड़ा, अब फ्लाईओवर का काम पूरा होने के बाद दोबारा होगा अंडरग्राउंड. सर्विस रोड बनाने की बात भी बाद के डीपीआर में आई, मेकॉन द्वारा बनाए गए डीपीआर में पहले 192 करोड़ की राशि तय हुई थी. काम शुरू होने के बाद पाइपलाइन शिफ्ट करने की नौबत आई, बिजली तार को भी हटाने की योजना बनी, नतीजा काम के बीच में बाधा आई.

अभी कई काम हैं बाकी

जुडको के महाप्रबंधक अशोक कुमार ने बताया कि फ्लाईओवर निर्माण के बीच उन्हें कई अलग तरह के काम करने पड़ रहे हैं. 50 साल पहले बिछी पाइप का कोई मैप नहीं है, गढ्डा खोद कर पानी की पाइप का पता लगाना पड़ रहा है, जल्द ही इन सभी काम को पूरा कर फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा. वहीं लोगों की परेशानी का कारण बनी कांटाटोली की सर्विस रोड जून तक तैयार हो पाएगी. इसके पूर्व पाइपलाइन को शिफ्ट कर लिया जाएगा. सर्विस रोड बनने के बाद फ्लाईओवर का काम शुरू होगा.

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वर्जन

कांटाटोली फ्लाईओवर के लिए नई प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंस्लटेंसी की खोज की जा रही है. जो पीएमसी पहले काम करती थी, उसने काम करने से मना कर दिया है. जल्द हीं एक्सपर्ट कंस्लटेंसी का चयन कर लिया जाएगा.

एसके साहू, डायरेक्टर, जुडको

Posted By: Prabhat Gopal Jha