-दरगाह में मनीऑर्डर से भेजे गए लाखों के चढ़ावे का घालमेल

-तीन वर्ष से मनीऑर्डर का एक भी रुपया नहीं पहुंचा दरगाह के खाते में

रूड़की। मशहूर दरगाह पिरान कलियर में चढ़ावे के लाखों रुपये का घपला सामने आया है। ये वो पैसा है जो मनीअर्डर के जरिए दरगाह में चढ़ावे के लिए भेजा गया। हैरत वाली बात ये है कि पिछले तीन साल से दरगाह के खाते में मनीऑर्डर से भेजी गई रकम जमा ही नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि पिछले तीन वर्ष में अकिदतमंदों की ओर से दरगाह के लिए लाखों रुपए के मनीऑर्डर दान के रूप में भेजे गए, लेकिन एक भी रुपया दरगाह के खाते में नहीं डाला गया। कमाल की बात ये है कि दरगाह कर्मचारियों की ओर से सैकड़ों मनीआर्डर इस दरम्यान रिसीव किए गए हैं। मामले का खुलासा आरटीआई के माध्यम से हुआ। स्थानीय अकीदतमंदों ने मामले की शिकायज् च्वाइंट मजिस्ट्रेट से की है और कार्रवाई की मांग की है।

कहां गया दान का पैसा?

कलियर स्थित दरगाह साबिर पाक के लिए प्रतिवर्ष दर्जनों अकीदतमंद दानदाता मनीआर्डर से दरगाह के लिए पैसा भेजते हैं। इस धनराशि को दरगाह के बैंक खाते में रखना होता है, लेकिन पिछले तीन वर्ष में अकीदत मंदों की ओर से दरगाह प्रशासन को भेजे गए मनीआर्डर से प्राप्त धनराशि का एक धेला भी दरगाह के खाते में नही भेजा गया। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब कलियर निवासी साजिद व इरशाद ने स्थानीय डाकघर से मनीआर्डर से संबंधित जानकारियों को सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत उपलब्ध कराने की मांग की गई। संबंधित लोक सूचना अधिकारी ने मनिआर्डरों की रिसि¨वग सत्य प्रतिलिपियों को उपलब्ध कराया, जिसके बाद सूचना कर्ताओं ने दरगाह दफ्तर जाकर जिम्मेदार अधिकारियों से दरगाह के खाते में डाली गई मनीआर्डर राशि की जानकारी ली। सैकड़ों मनीआर्डरों पर दरगाह कर्मचारी की ओर से रिसी¨वग दर्ज है।

निकाला जा चुका है कर्मचारी

पोस्ट आफिस के माध्यम से दरगाह को भेजे गए तमाम मनीआर्डरों पर दरगाह के कर्मचारी तंजीम आलम की रिसी¨वग बताई जा रही है, जिसे जिलाधिकारी की ओर से 51 सौ रुपए की हेराफरी करने के आरोप में निकाला जा चुका है। बताया जा रहा है कि तंजीम आलम ने 51 सौ रुपए की रसीद में मात्र 100 रुपए दर्ज कर 50 हजार रुपए की धनराशि को हजम कर डाला था।

कार्रवाई की मांग

स्थानीय नागरिकों शाजिद व इरशाद ने पोस्ट आफिस से प्राप्त सूचनाओं को आधार बनाते हुए मामले की शिजयत च्वाइंट मजिस्ट्रेट से की है। जेएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच का जिम्मा दरगाह मैनेजर को सौंप कर जल्दी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। जेएम के निर्देशों से दरगाह प्रबंधन में हडकंप मचा हुआ है।

वजज्न

च्वाइंट मजिस्ट्रेट मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। स्थानीय नागरिकों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। जांच कमेटी गठित कर दी गई है। दरगाह मैनेजर के नेतृत्व में बनी कमेटी जल्द उन्हें मामले की रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive