When she entered the film industry we thought that Kangana Ranaut was too serious for her boots. With her screen past she seemed fit only for ‘crack’ roles. Well this girl is now trying to make you crack up.

कंगना रनाउत अब कॉमेडी फिल्मों में अपना हुनर दिखाना चाहती हैं. उनका कहना है, ‘सीरियस फिल्मों से ज्यादा मुझे कॉमेडी फिल्में पसंद है. इस तरह की फिल्मों को इंडियंस देखना पसंद करते है.’ कंगना रनाउत ने हमसे शेयर कीं वो सारी चीजें जो उन्हें हंसने को मजबूर कर देती हैं...

 

Just joking
मुझे हंसना पसंद है. अगर कोई दिन बुरा भी बीतता है तो मैं यही कोशिश करती हूं कि मैं दिन के खत्म होने से पहले कुछ अच्छा करूं. मैं फ्रेंड्स के साथ आउटिंग पर चली जाती हूं ताकि उनके साथ हंस सकूं या कोई इंसिडेंट को याद करने की कोशिश करती हूं. जाने भी दो यारों एक ऐसी फिल्म है जिसे देखकर मैं कभी नहीं थकती. वो सीन जिसमें कॉफिन को कार समझ लिया जाता है, उसे देखकर मैं हर बार लोटपोट हो जाती हूं.
इस फिल्म की खासियत यह है कि फिल्म का मर्डर सीन सीरियस होने के बजाय काफी इंट्रेस्टिंग और मजेदार है. यहां पर मैं एक मैसेज देना चाहूंगी और वो यह कि चाहे हम इस बात को मानें या ना मानें जिन्दगी वैसी ही है जैसे हम उसे देखते हैं. समय के साथ लोग बदल गए हैं और लोगों के साथ फिल्में भी, लेकिन कॉमेडी फिल्म आज भी उतनी ही डिमांड में हैं. इंडियंस को कॉमेडी फिल्में देखना बेहद पसंद है.
All work and all play
चाहे ऑनस्क्रीन हो या ऑफस्क्रीन मुझे मस्ती करना पसंद है. मैं अपने को-स्टार्स का दोस्त बनना प्रिफर करती हूं और यही मेरे काम को और भी मजेदार बनाता है. मेरी आने वाली फिल्म की शूटिंग के दौरान कई बार फिल्म के डायरेक्टर को मुझे चुप कराना पड़ता था. मैंने आज तक इतने सारे को-स्टार्स के साथ काम नहीं किया. इस फिल्म में मेरे साथ अरशद वारसी, संजय दत्त और रितेश देशमुख ने काम किया है. शूटिंग के दौरान इन लोगों ने बहुत मजाक भी किया. कई बार इनके डबल मीनिंग जोक्स सुनकर मैं अपना कंट्रोल खो बैठती थी. मैं तो इनके साथ शॉपिंग करने भी गई थी. यकीन मानिए लडक़ों के साथ शॉपिंग करने में बहुत मजा आता है. खुशकिस्मती से उन सबने मेरा कोई मजाक नहीं उड़ाया.

 

 

Really funny
चाहे रियल लाइफ हो या रील लाइफ, कॉमेडी मेरे अंदर एक्साइटमेंट ला देती है. हम सारे एक्टर्स के अंदर इतना पोटेंशियल है कि हम कॉमेडी फिल्म में रोल करते वक्त अपने अंदर छिपे ह्यूमरस आस्पेक्ट को खोज सकते हैं और उसे अच्छे से प्रेजेंट भी कर सकते हैं. मुझे नहीं पता कि मैं कितनी फनी हूं. शायद मेरे दोस्त इसका बेहतर जवाब दे पाएं. हां, मुझे यह पता है कि मैं छोटी सी चीज पर भी ठहाके मारकर हंस सकती हूं.
मुझे लगता है मैं कॉमेडी फिल्मों में अच्छा काम कर सकती हूं. कॉमेडी रोल्स की आइटम नम्बर से ज्यादा ही डिमांड है. मैं इतनी अट्रैक्टिव नहीं हूं कि मैं एक आइटम नम्बर कर सकूं, इसलिए मेरे लिए कॉमेडी फिल्में करना ठीक होगा.

Posted By: Garima Shukla