कर्नाटक में हाल ही में सीएम कुमारस्वामी ने विभागों का आवंटन किया है। इस दौरान आठवीं पास जीटी देवगौड़ा को उच्च शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर सवाल उठने लगे हैं।


हर तरफ से सवाल उठने लगेबेंगलुरु  (पीटीआई) । हाल ही में कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी सीएम बने हैं। इसके बाद अब जेडीएस और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार में विभागों के आवंटन की प्रकिया भी करीब पूरी हो चुकी है। यहां आठवीं पास जीटी देवेगौड़ा को उच्च शिक्षा विभाग मिला हैं। जीटी देवेगौड़ा ने मैसुरु जिले में चामुंडेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को हराया है।ऐसे में आठवीं पास के उच्च शिक्षा मंत्री बनने पर हर तरफ से सवाल उठने लगे। सूत्रों की मानें तो जीटी देवगौड़ा भी इस विभाग से खुश नही हैं।अपना ही उदाहरण पेश कर दिया


जीटी देवगौड़ा की इच्छा किसी और उच्च विभाग की थी लेकिन नहीं मिला। वहीं इस पूरे मसले पर  59 वर्षीय  मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अपना ही उदाहरण पेश कर दिया। बीएससी डिग्रीधारक कुमार स्वामी ने कहा कि  'मैंने क्या पढ़ाई की है? मैं मुख्यमंत्री बना हूं। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया-'क्या मुझे वित्त विभाग मिलना चाहिए?'  इस दौरान कुमार स्वामी ने यह भी कहा कि यह सच है कि  कुछ लोगों की खास विभागों में काम करने की होगी लेकिन सभी विभागों में प्रभावी तरीके से काम करने का मौका है।खास विभाग पाने की इच्छा आम

हमें दक्षतापूर्वक काम करना है। उन्होंने कहा 'क्या काम करने के लिए उच्च शिक्षा और लघु सिंचाई से भी अच्छा विभाग है?  इतना ही नहीं उन्होंने मंत्रियों की मंशा को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि पहले तो मंत्री बनने की ख्वाहिश होती है और उसके बाद फिर खास विभाग पाने की इच्छा आम है। ऐसे में यह भी जानना जरूरी है कि कुछ फैसले पार्टी में आंतरिक तौर पर लिए जाते हैं। बता दें कि कुमारस्वामी ने अपने पास वित्त, ऊर्जा विभाग रखे हैं और डिप्टी सीएम जी. परमेश्वर (कांग्रेस) को  गृह विभाग आवंटित किया है।

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Posted By: Shweta Mishra