RANCHI : शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन पिछले 70 वर्षो के इतिहास में चांद अपने सबसे बड़े स्वरूप में नजर आएगा। इसकी एक झलक गुरुवार को भी मिली। सिटी के लोगों ने कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर चंद्रमा का विहंगम दृश्य देखा। शुक्रवार को भी चांद की चमक देखने लायक होगी। पूर्णिमा के दिन चांद 180 अंश पर होता है। इस दिन चंद्रमा से निकलने वाली किरणें सकारात्मक ऊर्जा की वाहक होती हैं।

आज स्नान व दान सर्वश्रेष्ठ

पंचमुखी मंदिर, मोरहाबादी के पंडित विकास तिवारी ने बताया कि भविष्य पुराण के अनुसार वैशाख, माघ और कार्तिक माह की पूर्णिमा स्नान व दान के लिए श्रेष्ठ मानी गई है। इस पूर्णिमा में जातक को गंगा नदी में स्नान का बड़ा ही महत्व होता है। जो लोग गंगा स्नान नहीं कर सकते उन्हें अपने स्नान करने वाले जल में थोड़ा सा गंगा जल मिलाकर स्नान करना चाहिए। इस दिन मनुष्य को पूरे दिन उपवास रखकर एक समय भोजन करना चाहिए। इस दिन महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने के साथ दान-पुण्य कर और साधु-संत व गरीबों को खाना खिलाने का भी विशेष लाभ मिलता है।

Posted By: Inextlive