रविवार को शहर के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में सोनी टीवी पर जल्द ही शुरू होने वाले शो कौन बनेगा करोड़पति के ऑडीशन के लिए आए लोगों में हर कोई यही बोला कि पैसे और अमिताभ दोनों का क्रेज बराबर ही है.


एक तो हॉट सीट और दूसरे बिग बी का साथ वैसे तो कई रियलिटी शोज आम हैं, लेकिन केबीसी का क्रेज कुछ अलग ही है लोगों में। इस शो में जाने की ख्वाहिश रखने वाले दो ही मकसद बताते हैं एक तो पैसा जीतना और दूसरे अमिताभ बच्चन के सामने बैठना। रविवार को शहर के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में सोनी टीवी पर जल्द ही शुरू होने वाले शो कौन बनेगा करोड़पति के ऑडीशन के लिए आए लोगों में हर कोई यही बोला कि पैसे और अमिताभ दोनों का क्रेज बराबर ही है। ऑन लाइन सेलेक्ट हुए करीब चार सौ लोग इस ऑडीशन में सुबह पांच बजे से ही पहुंचने लगे थे। इम्तिहान से कम नहीं था नजारा


आईपीएल 2011 में केकेआर टीम का कैप्टन कौन था? अक्षय कुमार और विद्या बालन ने एक साथ कौन सी फिल्म में थे? मोहम्मद हामिद अंसारी किस पद पर हैं? ग्लूकोमा से पीडि़त व्यक्ति को किस से इलाज कराना चाहिए? इसी तरह के दस सवाल स्क्रीन पर से अमिताभ बच्चन पूछ रहे थे जो पहले से रिकॉर्डेड थे। कई सारे हाथों में कलम, कोई कार्टबोर्ड लेकर अपनी आंसरशीट को फिल रहा था तो कोई बेसब्री से अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। गाजियाबाद, नोएडा, कानपुर, आगरा से आए इन पार्टीसिपेंट को देखकर यही लग रहा था, मानों किसी इम्तिहान से गुजर रहे हों। कद छोटा उड़ान बड़ीसैकड़ों कन्टेस्टेंट के बीच उत्तर प्रदेश के ललितपुर से इस ऑडीशन में शामिल होने के लिए आईं स्तुति उपाध्याय का सपना है कि वो हॉट सीट पर अमिताभ के साथ बैठें। अनुवांशिक तौर पर छोटे कद की स्तुति पैरों से विकलांग भी हैं, लेकिन हौसले में किसी से कोई कम नहीं थे। बैकिंग की प्रिपरेशन कर रहीं स्तुति कहती हैं कि जब से शो में जाने के लिए एसएमएस के बारे में पता चला था मैंने एसएमएस किया था। जब मुझे इस ऑडीशन का कॉल आया तो मुझे बहुत खुशी हुई। अमिताभ बच्चन से मिलने की तमन्ना रखने वाले इन पार्टीसिपेंट से जब हमने सेलेक्शन के बाद के बारे में बात की तो तस्वीर कुछ ऐसी नजर आई। मथुरा से आए विकास कुमार जो जॉब कर रहे हैं कहते हैं कि इस शो में जाने का मतलब तो पैसे अर्न करना ही है और बिग बी से मिलना भी। अगर मैंने 10 लाख जीत लिये और फिर मेरे सामने कोई ऐसा सवाल आता है जिसके लिए मैं श्योर नहीं हूं तो रिस्क नहीं लूंगा क्विट ही करूंगा।

नोएडा से आए फैशन डिजाइनर विकेश राजन कहते हैं कि अगर मेरे पास कोई लाइफ लाइन नहीं बची और मैं कन्फ्यूज हुआ तो रिस्क नहीं लूंगा जो भी रकम जीती होगी उसे लेकर क्विट ही करूंगा। चार महीने पहले मेरे पति की डेथ हो चुकी है। मेरे सामने मेरे बच्चों का भविष्य है और मैं इसीलिए इस शो में जा रही हूं। अगर एक अच्छी रकम मैं जीत लूंगी तो रिस्क नहीं लूंगी क्विट ही करना चाहूंगी। लखनऊ की मीनाक्षी बिष्ट और स्मृद्धि मिश्रा भी यही कहती हैं कि क्विट इज बेटर देन रिस्क। जिन्हें नहीं मिला मौकाकेबीसी में जाने के लिए लोगों ने सुबह से ही वेन्यू पर पहुंच गए। तेज धूप के बावजूद लोग वहां देर तक खड़े रहे, लेकिन यहां सिर्फ उन्हीं लोगों को इंट्री दी गई, जिन्होंने ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। इस बारे में पहले से कोई जानकारी न होने के चलते लोगों को परेशानी का सामना कर निराश ही लौटना पड़ा।

Posted By: Inextlive