-महिला को 35 लाख का इनाम निकलने का दिया झांसा

-फाइनेंस कंपनी ने भी लोन के नाम पर लगाया चूना

BAREILLY: कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ठगी के मामले जारी हैं। अब एक महिला 35 लाख के इनाम के लालच में फंस गई और ठगों के कहने पर फाइल चार्ज, टैक्स व अन्य चार्ज के बहाने अकाउंट में 92 हजार रुपए जमा कर दिए। जब ठगों ने रुपए देने से इनकार कर दिया तो महिला ने एसएसपी से शिकायत कर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं डीएम आवास के पास ही फर्जी फाइनेंस कंपनी खोलकर फाइनेंस कराने के नाम पर भी ठगी का मामला सामने आया है। कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

बेटे ने रिसीव किया था फोन

मदारी गेट निवासी विवेक अग्रवाल, प्राइवेट जॉब करते हैं। 15 मई को उनके बेटे के मोबाइल पर किसी युवक का फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह कौन बनेगा करोड़पति से बोल रहा है और उसका 35 लाख रुपए का इनाम निकला है। उसके बाद विवेक की पत्‍‌नी रचना अग्रवाल ने फोन पर बात की। रचना भी ठगों की बातों में आ गई। सबसे पहले ठग ने उनसे फाइल चार्ज के नाम पर दिए गए अकाउंट में 17 हजार रुपए जमा करने के लिए कहा। दूसरे दिन फिर शातिर ने उनसे खाते में 20 हजार डलवाए फिर तीसरे दिन उसी खाते में 5 हजार रुपए डलवाए।

टैक्स के बहाने ठगे 49 हजार

18 मई 35 लाख के टैक्स के बदले 49 हजार रुपए अकाउंट में जमा करा लिए, उसके बाद से कोई कॉल नहीं आई। दो दिन बाद रचना ने फोन कर खाते में रकम डालने के लिए कहा तो ठग ने बदतमीजी की और धमकी दी कि वह अब रुपए लेकर दिखाए। जिसके बाद रचना को ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने बैंक में जाकर पता किया तो पता चला कि जिस अकाउंट में रुपए जमा कराए गए हैं वह दिल्ली के पटपड़गंज निवासी मनोज वर्मा के नाम से खुला है। बैंक से मनोज का नंबर लेकर कॉल किया गया लेकिन फोन बंद जा रहा था।

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डीएम आवास के पास ठगों ने खोला ऑफिस

-ताला बंदकर कंपनी हो गई फरार, एफअाईआर दर्ज

तिलियापुर, सीबीगंज निवासी निजामुद्दीन के मुताबिक डीएम आवास के पास न्यू बिरला फाइनेंस कंपनी का ऑफिस खुला हुआ था। इस कंपनी के बोर्ड पर हाउसिंग लोन, पर्सनल लोन व प्रॉपर्टी लोन देना लिखा हुआ था। उन्होंने प्रॉपर्टी लोन कराने के लिए कंपनी के मैनेजर को फोन किया। मैनेजर ने लोन पास कराने की बात कहते हुए एक महिला कर्मचारी से बात कराई। उनसे एग्रीमेंट फीस, फाइल के नाम पर लोन की 5 परसेंट धनराशि जमा कराई गई। उन्होंने 50 हजार रुपए का चेक भी जमा कर दिया। दूसरे दिन कंपनी के कर्मचारी के तौर पर एक युवक गांव में वेरीफिकेशन के लिए भी पहुंचा। उसने वेरीफिकेशन के 2100 रुपए जमा कर लिए। उन्हें 24 मई को ऑफिस बुलाया गया। वह जब ऑफिस पहुंचे तो ताला लगा मिला। मैनेजर को फोन लगाया तो उसका भी फोन ऑफ था। वह 25 मई को ऑफिस पहुंचे तो यहां कई अन्य लोग भी पहुंचे, जिनके साथ भी ठगी हुई थी। कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

Posted By: Inextlive