केन्द्र सरकार ने बजट में किया है 650 अरब बैंकों को देने का प्रावधान

आगरा। जिले में बैंक केसीसी किसान क्रेडिट कार्ड लोन योजना के टारगेट को पूरा नहीं कर पाए हैं। जिले में 83 हजार के लक्ष्य के सापेक्ष 38512 को ही केसीसी मुहैया कराया जा सका है। एक ओर सरकार केसीसी के माध्यम से हलधर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना चाहती है। वहीं दूसरी ओर जिले के बैंक और जिम्मेदार शासन की मंशा को पलीता लगाने में जुटे हैं। इस बार केन्द्र सरकार ने इसके लिए बजट में 650 अरब देने का प्रावधान किया है।

ज्यादातर बैंक लक्ष्य से दूर

केसीसी के मामले में ज्यादातर बैंक निर्धारित लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाए हैं। इसमें एसबीआई, ग्रामीण बैंक आर्यवृत्त, केनरा बैंक समेत कुछ बैंक को छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर की स्थिति ठीक नहीं है। बता दें कि निजी बैंक केसीसी देने से परहेज करती है। कुछ बैंक तो लक्ष्य से काफी दूर हैं। इनमें सिंडीकेंट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, पंजाब बैंक आदि लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाए हैं।

आर्थिक स्थिति को सुधारने को ये भी उठाए गए कदम

प्रदेश सरकार ने जिले के किसानों की स्थिति को सुधारने के लिए जिले में 84847 किसानों का 580 करोड़ रुपये का लोन माफ कर दिया। इसमें 20 हजार किसानों ने रिन्यूवल करा दिया था। अब हाल में ही बैंकों ने शासन को 1.45 हजार पात्र किसानों की लोन माफ करने के लिए सूची सौंपी है। गत वर्ष 84 हजार किसानों ने लोन लिया था। ओवर ऑल लोन की बात करें तो जिले में 19 हजार 426 करोड़ का लोन बैंकों द्वारा दिया गया था।

बॉक्स

जनपद में कुल किसानों की संख्या: 2,59,604

सीमान्त किसानों की संख्या: 1,61,000

लघु किसानों की संख्या: 51,823

बड़े किसानों की संख्या: 46 हजार

बैंकों की स्थिति पर एक नजर

बैंक का नाम टारगेट इश्यू प्रतिशत

केनरा बैंक 14000 6321 45

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 14000 5848 42

पंजाब नेशनल बैंक 6000 2452 41

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 1000 396 40

इलाहाबाद बैंक 500 168 34

ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स 5500 2115 38

यूको बैंक 700 161 23

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 4000 1869 47

सिंडीकेट बैंक 2000 668 33

इंडियन ओवरसीज बैंक 2000 708 35

बैंक ऑफ बड़ौदा 500 153 31

ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यवृत 20000 8862 44

बैंक ऑफ इंडिया 2300 665 29

जिला सहकारी बैंक 10500 8126 77

------------------------------------------

83000 38512 46

नोट: टारगेट वर्ष 2018-19 के आंकड़े हैं।

Posted By: Inextlive