आगरा. लंबी गाड़ी ब्लैक फिल्म चढ़े शीशे गाड़ी के पिछले के हिस्से में पदाधिकारी का नाम और आगे पार्टी का झंडा हो तो उनसे उलझना बेकार है उसके बावजूद भी जीवनी मंडी चौराहे पर चेक करने के लिए रोक लिया. पुलिस की ये बात नेताजी को नागवार गुजरी और उतरते ही गाली-गलौज कर दी. नाम पूछने पर कह दिया कि एसएसपी से पूछना हमारा नाम. पुराने कई मामलों में जानी आई नेक्स्ट ने नेताओं की सनक की हनक...


चेकिंग के लिए रोकामंडे को थाना छत्ता के जीवनी मंडी चौराहे पर तैनात एचसीपी जयपाल यादव ने दिल्ली नंबर गाड़ी को चेक करने के लिए रोक लिया। गाड़ी में पूरी तरह से ब्लैक फिल्म चढ़ी हुई थी। गाड़ी साइड में लगाने के बाद ही चार पांच लोग फिल्मी स्टाइल में उतरे, और बिना कुछ पूछे एचसीपी जयपाल यादव को आड़े हाथ ले लिया। पुलिस ने उनका नाम पूछा तो नेताजी भड़क गए। 'हमारा नाम अपने कप्तान से पूछनाÓ। नेताजी कुर्ते को सही करते हुए क्वालिस में बैठकर चले गए।सांसद पति ने मचा रखा है आंतक


पिछले करीब 15 दिन पहले व्यापार सभा के पदाधिकारी का मुकदमा दर्ज नहीं किया तो सांसद पति देवेन्द्र बघेल ने भी सिकंदरा थाने में जाकर हंगामा किया। एसओ ने नहीं सुनी तो एसएसपी शलभ माथुर के पास जा पहुंचे। उनके साथ नेताजी बदतमीजी से पेश आये और हटाने तक की धमकी दे डाली। एसएसपी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। नेताजी की कंप्लेन हाईकमान तक की गई थी। एत्मादपुर में एक कोल्ड स्टोरेज की जगह पर कब्जा कर लिया। जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ पर पुलिस आजतक अरेस्टिंग नहीं कर पाई।वर्दी में भी पीटा

30 जुलाई को एक्टिवा पर जा रही लड़कियों को सपा के गुर्गो ने छेड़ दिया। उन्हें बचाने के लिए बाइक पर जा रहे एसआई शैलेन्द्र प्रताप और ट्रैफिक कांस्टेबल अरविंद ने शोहदोंं को रोका और उन्हें आड़े हाथों लिया। सत्ता की सनक से मगरूर जिला पंचायत मेंबर ने दोनों पुलिसकर्मियों को गुर्गो के साथ मिलकर बुरी तरह से पीट दिया। उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा कि पिटने वाले पुलिस वाले हैं। पुलिसकर्मी आज तक इंसाफके लिए भटक रहे हैं।मिलकर कराया ट्रांसफरतत्कालीन एसएसपी सुभाष चंद दुबे ने डिस्ट्रिक्ट से क्राइम का सफाया कर दिया था। क्राइम में शामिल कई सपा नेताओं के गुर्गों को भी जेल में ठंूस दिया था। कई बड़े नेताओं को इंगोर कर अपने तरीके से काम किया। सपा के सभी नेताओं ने मिलकर एसएसपी की कंप्लेन हाईकमान से की,  साथ आरोप लगाया कि बेगुनाह लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज रहे हैं। जब हमारी पुलिस सुनेगी नहीं तो पब्लिक पार्टी को वोट क्यों देगी।

पुलिस के ऑफिसर्स को परेशान करने में नेता ही नहीं उनके पुलिसकर्मियों का भी बड़ा हाथ है। सत्ता पक्ष के हर सिपाही की पहुंच सैफई तक है। वह जरा-जरा से काम के लिए अपने अधिकारियों को वहां से फोन कराते हैं। ऐसे में पुलिस ऑफिसर कुछ करने से पहले अपनी कुर्सी बचाने की जुगाड़ पहले लगा रहे हैं।
टकराए तो हुए ब्लैक लिस्टजोन के 15 थानों इंचार्जो को आईजी आशुतोष पांडेय ने ब्लैकलिस्ट किया है। जिसमें इंस्पेक्टर तसनीम अहमद रिजवी, उदयराज सिंह, आरपी सिंह, यतीन्द्र शर्मा और सुभाष बाबू कठेरिया सहित पांच आगरा के भी हैं। इनकी ऑफिसर्स को भष्ट होने की लगातार खबरें मिल रही थीं। ये सब कंप्लेन अधिकाश सपा नेताओं द्वारा की जा रही थीं। सिकंदरा एसओ यतींद्र शर्मा ने हाथरस के सपा विधायक देवेन्द्र अग्रवाल के मन मुताबिक काम नहीं किया तो उसे भष्ट्र बता दिया.

Posted By: Inextlive