-बिथरी चैनपुर थाना में मीटिंग में नहीं पहुंचे गांव के लोग

-मोहर्रम को लेकर पुलिस ने फीडबैक लेने के लिए बुलाई थी मीटिंग

BAREILLY: कलारी, चंद्रपुर और डोहरिया गांव के ताजिए खजुरिया के रास्ते उमरिया सैदपुर में 21 सितंबर को पहुंचेंगे। इसको लेकर पुलिस की टेंशन बढ़ने लगी है। क्योंकि खजुरिया व अन्य गांव के लोग अंदर-अंदर विरोध की तैयारी कर रहे हैं। ताजिये निकलने के दौरान कोई विवाद न हो, इसके लिए पुलिस ने मंडे को बिथरी चैनपुर थाना में 5 गांवों के लोगों की मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग के जरिए पुलिस फीडबैक लेना चाहती थी, लेकिन खजुरिया व अन्य गांव के लोग मीटिंग में शामिल ही नहीं हुए। खजुरिया गांव से एक शख्स शामिल हुआ, तो उसने भी विरोध जताया है। वहीं जिन लोगों को ताजिए निकालने हैं, उन लोगों ने पुराने ही रास्ते से ताजिया निकालने की बात कही है। जिससे अब पुलिस की टेंशन बढ़ गई है। ऐसे में खजुरिया, उमरिया व अन्य गांवों में पहले से ही फोर्स तैयार की जाएगी।

कांवड़ के दौरान हुआ था विरोध

खजुरिया और उमरिया में विरोध की आग कांवड़ यात्रा से सुलग रही है। खजुरिया और सिमरा गांव के कांवडि़यों को उमरिया सैदपुर के रास्ते नहीं निकलने दिया गया था। दो बार यात्रा का विरोध हुआ था, जिसके चलते कई दिनों तक कांवडि़यों ने मंदिर पर धरना भी दिया था। पुलिस को विधायक पप्पू भरतौल को भी नजर बंद करना पड़ गया था। कांवड़ निकालने के विरोध में उमरिया के लोग हथियार लेकर इकट्ठा हो गए थे। यही नहीं उमरिया और नकटिया के लोग आमने-सामने आ गए थे। फोर्स ने पहुंचकर मौके पर मोर्चा संभाला था। जिसके बाद ही लोगों ने साफ कह दिया था कि ताजिया निकलने का विरोध करेंगे।

खुफिया रिपोर्ट भी विरोध

वहीं खजुरिया की जो खुफिया रिपोर्ट आयी है, उसमें भी अंदर खाने विरोध की बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक लोग ताजिया निकलने का विरोध कर सकते हैं। खुफिया रिपोर्ट में विधायक का भी नाम सामने आया है। यहां तक भी लिखा है कि जान बूझकर पुलिस की मीटिंग में खजुरिया गांव के लोगों को नहीं जाने दिया गया है।

Posted By: Inextlive