- चार साल के अपहृत बच्चे को सुखदेवनगर थाना पुलिस ने पहाड़ी मंदिर से किया बरामद

- पटना की युवती समेत दो अरेस्ट, दो लाख की मांगी थी फिरौती

RANCHI : सुखदेवनगर थाना पुलिस ने फिरौती की रकम वसूल करने के लिए चार वर्षीय बच्चा सौरभ कुमार उर्फ गौरव कुमार के अपहरण के आरोपी रोहित चौरसिया और उसकी गर्लफ्रेंड निशा सिन्हा उर्फ शोभा सिन्हा को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने अपहरण में शामिल रोहित चौरसिया की बाइक (जेएच-01बीएच- 8918) को भी जब्त कर लिया है। निशा सिन्हा मूल रूप से पटना के राजाबाजार के रूकुनपुरा की रहनेवाली है। उसके पति सुधीर प्रसाद सिन्हा पटना में ही ठेकेदारी करते हैं।

यह है मामला

निशा सिन्हा बुधवार को कुम्हारटोली में रहनेवाले अशोक केसरी के मकान में बतौर किराएदार रहने के लिए आई थी। किराया 13 सौ रुपए तय हुआ था। इसके बाद वह वहां रहने लगी। निशा ने पुलिस को बताया कि वह लगभग आठ साल से रांची में ही रह रही है। रांची में रहने के दौरान उसकी दोस्ती इरगूटोली में रहनेवाले रोहित चौरसिया से हुई थी। रोहित चौरसिया का एक दोस्त रोहित सिंह है, जो राजस्थान का रहनेवाला है और पेशे से ऑटो ड्राइवर है। इनलोगों ने इरगूटोली रोड नंबर पांच में राजमिस्त्री का काम करनेवाले जितेंद्र पंडित के चार वर्षीय बेटे को किडनैप कर लिया। इसके बाद उसे ब्रेड में नशा मिलाकर खिला दिया। इसके बाद रोहित सिंह अपने दोस्त रोहित चौरसिया के साथ मिलकर बाइक से बच्चे को अपनी गर्लफ्रेंड निशा सिन्हा के पास ले जाकर उसके कमरे में छोड़ दिया। निशा सिन्हा से कहा गया कि बच्चा उसके मामा का है, वे लोग पूजा करने के लिए देवघर गए हैं। सुबह तक रख लो, कल वे लोग आ जाएंगे, तो बच्चे को ले जाएंगे।

बच्चा खोजने का नाटक

बच्चे का अपहरण करने के बाद रोहित चौरिसया रात में सुखदेवनगर थाना आया और पुलिसकर्मियों से बच्चे के बारे में जानकारी ले रहा था। सुबह पांच बजे भी दोबारा थाना परिसर आया और बच्चे के बारे में पूछताछ की। सुबह दस बजे से पुलिस ने बच्चे की बरामदगी के लिए छापेमारी अभियान शुरू कर दिया। छापेमारी होते देख रोहित चौरसिया ने निशा सिन्हा को फोन किया और कहा कि वह बच्चे को लेकर पहाड़ी मंदिर पर आ जाए। निशा बच्चे को लेकर पहाड़ी मंदिर के पास आ गई। रोहित सिंह और रोहित चौरसिया ने बच्चे के पिता के मोबाइल पर कॉल किया और उनसे दो लाख रुपए फिरौती की मांग की। इधर, पुलिस ने शक के आधार पर रोहित का कॉल ट्रेस किया तो लोकेशन पहाड़ी मंदिर का मिला। पुलिस की टीम वहां गई और रोहित चौरसिया को पकड़ लिया और बच्चे को भी बरामद कर लिया।

पहले भी ऐंठ चुका है 30 हजार

सुखदेवनगर थाना प्रभारी रणधीर कुमार सिंह ने बताया कि रोहित चौरसिया और उसके दोस्त ने पहले भी जितेंद्र पंडित से दूसरी तरह से 30 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। वहीं पुलिस ने बताया कि रोहित सिंह पूर्व में भी एक कांड में जेल जा चुका है। पुलिस उसकी अरेस्टिंग के लिए संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

बयान बदल रही थी युवती

युवती निशा सिन्हा पुलिस की पूछताछ में बार-बार बयान बदल रही थी। कभी वह कह रही थी कुंआरी है। फिर उसने कहा कि उसकी शादी हो चुकी है, फिर उसने कहा कि पति महीने में एक बार आते हैं। फिर कहा कि उसे उसके पति और भाई पैसे देते हैं। पुलिस ने जब छानबीन की तो पाया कि 2005 में उस युवती को सदर एरिया में ब्यूटी पार्लर में छापेमारी के दौरान उसे पकड़ा गया था। बाद में पुलिस ने महिला को छोड़ दिया था और उसके संचालक को जेल भेजा था।

बच्चे को मारने के लिए कहा था

रोहित चौरसिया ने पुलिस को बताया कि सुबह के वक्त रोहित सिंह को पता चल गया था कि पुलिस की गतविधि तेज हो गई है। इसके लिए उसने रोहित चौरसिया को बच्चे को मार डालने के लिए कहा था। उसने कहा कि यदि वह बच्चे को नहीं मारेगा तो वह उसे जान से मार डालेगा।

24 जुलाई को हुई थी मिसिंग की इंट्री

बच्चे के लापता होने के बाद जितेंद्र पंडित ने सुखदेवनगर थाने में बच्चे की मिसिंग की इंट्री कराई थी। सनहा दर्ज होने के बाद पुलिस बच्चे की खोज में जुट गई। बच्चे के माता-पिता ने बच्चे की बरामदगी के बाद खुश थे।

Posted By: Inextlive