RANCHI: रिम्स में पहुंची रूपेश की बहन अनिता और सुनीता ने बताया कि जब पुलिस उनके भाई को उठा कर ले गई। रात होने लगी और रूपेश नहीं लौटा, तो वे लोग बुंडू थाना पहुंचे। वहां भाई की काफी तलाश की। मौजूद पुलिसकर्मियों के आगे हाथ जोड़े और कहा कि मेरा भाई कहां है? जल्दी से बता दीजिए। लेकिन, किसी ने कुछ जवाब नहीं दिया।

गलती छिपाने के लिए रिम्स ले गई पुलिस

आनन-फानन में हमने डीएसपी पवन कुमार को फोन किया। उन्होंने कहा कि केवल पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं। हम लोगों ने आशंका जताई कि भाई के साथ मारपीट तो नहीं होगी। इस पर डीएसपी साहब ने कहा कि मैं थाना में बोल देता हूं, कोई उसे टॉर्चर नहीं करेगा। लेकिन, हुआ वही जिसका हमें डर था। उनलोगों ने मेरे भाई को मार डाला, फिर अपनी गलती छिपाने के लिए उसे रिम्स ले आए, ताकि लगे कि उसकी मौत स्वाभाविक है।

चोट के निशान बता रहे बर्बरता की दास्तान

भैया रात भर हमलोग परेशान रहे। पुलिस कभी कहती कि बीमार था तो जमशेदपुर भेज दिए, कभी कहती कि रिम्स में उसका इलाज हो रहा है। शुक्रवार की सुबह तक भी पुलिस की ओर से कोई सही जानकारी नहीं दी गई। हम लोग दौड़े-दौड़े रिम्स आए तो देखा कि भाई का शव स्ट्रेचर पर पड़ा है। उसके बदन पर गंजी और पांव में पैंट तो है, लेकिन चेहरे पर गंभीर चोट के निशान हैं। सुनीता का कहना था कि यदि मेरा भाई आ‌र्म्स सप्लायर था, तो वह आ‌र्म्स किसे बेच रहा था। उस व्यक्ति को क्यों नहीं पकड़ा गया। यह कहकर फफक-फफक कर रोने लगती है और वहीं जमीन पर बैठ जाती है।

परिजन बता रहे उम्र क्म्, पुलिस ने लिखा ख्ख्

रूपेश के पिता भूषण स्वांसी का कहना है कि उसका बेटा बुंडू में पढ़ता भी था और दुकान में काम भी करता था। ऐसे में वह आ‌र्म्स सप्लायर और बाइक चोर कैसे बन सकता है? यदि पुलिस को पूछताछ ही करनी थी तो दिन में उसे ले जाती। बिना कोई सुराग मिले पुलिस ने उसे मौत की नींद सुला दिया।

विधायक को रिम्स बुलाते रह गए परिजन

रिम्स में परिजन लगातार तमाड़ विधायक विकास कुमार मुंडा को बुला रहे थे। इनलोगों ने कहा कि रिम्स आ जाईए। पुलिस वालों ने हमारे बेटे को मार डाला है। हम तमाड़ से हेड क्लर्क बोल रहे हैं।

Posted By: Inextlive