16 साल से उरुग्वे को जिस ताज की तलाश थी वह रविवार रात उसके सिर सज गया. स्टार स्ट्राइकर डिएगो फोरलान के दो गोल की मदद से उरुग्वे ने पैराग्वे को 3-0 से हराकर रिकॉर्ड 15वां कोपा अमेरिका खिताब अपने नाम किया.


1995 के बाद उरुग्वे का यह पहला सबकांटिनेंट खिताब है. इसके साथ ही उसने ऑलटाइम 14 कोपा खिताब के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. इससे पहले अर्जेंटीना और उरुग्वे 14 खिताब के साथ बराबरी पर थे.   सुआरेज ने दिलाई लीड लिवरपूल के लुईस सुआरेज ‘प्लेयर आफ द टूर्नामेंट’ रहे और उन्होंने 12वें मिनट में डारियो वेरान के डिफ्लेक्शन पर शॉट लगाकर टीम को बढ़त दिलाई. एटलेटिको मैड्रिड के स्टार फोरलान ने हॉफ टाइम के तीन मिनट बाद टीम के लिए दूसरा गोल दागा. तीसरा गोल एक बार फिर फोरलान के शॉट पर आया, जो उन्होंने अंतिम मिनट में किया.   नसीब हुई पहली जीत


2010 वल्र्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची उरुग्वे की टीम ने इस टूर्नामेंट में एक भी मैच में सीधी जीत दर्ज नहीं की. वह फाइनल में प्रवेश करने में सफल रही, क्योंकि उसका रिजल्ट ड्रॉ या पेनाल्टी शूटआउट से निकाला गया. वहीं 1953 और 1979 की विनर पैराग्वे ने ब्राजील और वेनेजुएला को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर फाइनल में जगह बनाई. Record book  में दर्ज हुए फोरलान

फोरलान ने इस तरह अपने इंटरनेशनल गोल की संख्या 31 कर ली और हेक्टर स्कारोन के साथ इस रिकॉर्ड की बराबरी की. उनके लिए यह खिताब काफी इमोशनल भी था, क्योंकि अपनी फैमिली में पिता और दादा के बाद कोपा अमेरिका विनर टीम के मेंबर बनकर उन्होंने रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज करवा लिया.

Posted By: Kushal Mishra