भारत के युवा स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव का आज 24वां जन्मदिन है। कुलदीप बहुत कम समय में टीम इंडिया के प्रमुख गेंदबाज बन गए। बता दें कुलदीप कभी चाइनामैन गेंदबाज नहीं बनना चाहते थे। आइए इस खास मौके पर जानें उनके करियर से जुड़ी रोचक बातें...


कानपुर। 14 दिसंबर 1994 को कानपुर में जन्में भारतीय स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव को भारत के लिए खेलतेे एक साल हो गया। कुलदीप ने साल 2017 में टीम इंडिया में डेब्यू किया था और पिछले एक साल में न जाने कितने रिकाॅर्ड इस गेंदबाज ने अपने नाम कर लिए। यही नहीं अपने इस छोटे से करियर में कुलदीप वनडे में हैट्रिक भी ले चुके हैं। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप ने 33 वनडे मैच खेले जिसमें कुल 67 विकेट अपने नाम किए। इसमें एक हैट्रिक भी शामिल है जो उन्होंने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ली थी। एकदिवसीय क्रिकेट में कुलदीप यादव हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय हैं। उनसे पहले चेतन शर्मा और कपिल देव यह कारनामा कर चुके हैं। हालांकि चेतन और कपिल तेज गेंदबाज थे। जबकि कुलदीप यादव हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर बन गए।टी-20 में सबसे ज्यादा विकेट


कुलदीप यादव इंटरनेशनल टी-20 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले चाइनामैन गेंदबाज हैं। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक यादव के नाम कुल 33 विकेट दर्ज हैं। इस लिस्ट में दूसरा नाम नीदरलैंड के गेंदबाज माइकल रिपन का है जिनके खाते में 15 विकेट हैं। बता दें कि यादव ने पिछले साल ही टी-20 डेब्यू किया था और एक साल में उन्होंने ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।जानें कैसे की जाती है चाइनामैन गेंदबाजीजब बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को अंगुलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है, तो उसे 'चाइनामैन बॉलर' कहते हैं। यह टर्म साल 1933 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान आया था, जब वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के अनऑर्थोडॉक्स बॉलर एलिस अचॉन्ग ने इंग्लैंड के बैट्समैन वाल्टर रॉबिन्स को ऑफ स्टंप के बाहर से गेंद को टर्न कराकर बोल्ड कर दिया था। चौंकाने वाली गेंद पर बोल्ड होने के बाद रॉबिन्स ने पैवेलियन लौटते समय झल्लाकर अंपायर से एलिस के लिए अपशब्दों के साथ 'चाइनामैन' शब्द का प्रयोग किया था। वास्तव में एलिस चीनी मूल के खिलाड़ी थे, जो वेस्टइंडीज के लिए खेलते थे। इसी के बाद से अजीबोगरीब एक्शन वाले ऐसे गेंदबाजों को 'चाइनामैन बॉलर' कहा जाने लगा।कोच कपिल ने शुरु करवाई स्पिन गेंदबाजी

कुलदीप यादव भारत के इकलौते चाइनामैन गेंदबाज हैं। बाएं हाथ के अनअर्थोडॉक्स गेंदबाज कुलदीप बताते हैं कि उन्हें इस तरह की गेंदबाजी की कोई प्रैक्टिस नहीं की। वह पहले दिन से ही इसी तरह की गेंदबाजी करते आए हैं। और अब इस कला में माहिर हो चुके हैं। हालांकि जब उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरु किया तब वह तेज गेंदबाजी किया करते थे। मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में कुलदीप ने कहा था, 'करियर के शुरुआती दिनों में में तेज गेंदबाजी का अभ्यास किया करता था। मगर मेरे कोच कपिल पांडे ने आकर कहा कि तुम एक बार स्पिन डालकर देखो। मैनें जैसे ही पहली गेंद डाली वह तेजी से घूमी। उस वक्त मुझे नहीं पता था कि चाइनामैन गेंदबाज कौन होते हैं। कपिल सर ने मुझे इस तरह की गेंद फिर फेंकने को कहा और हर बार गेंद पहले की तरह ही घूम रही थी। तब जाकर मुझे अहसास हुआ कि मेरे अंदर नैचुरली कलाई से गेंद को घुमाने की कला है।'

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari