-संगम पर सहारे से आए और लगाई डुबकी

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PRAYAGRAJ: भीड़ पर आस्था भारी पड़ी है। हाथ पैर जवाब देने के बाद भी घाट तक पहुंचकर स्नान किया। देश के अलग अलग एरिया से आए श्रद्धालुओं की भीड़ में ऐसे भक्तों की संख्या कम नहीं थी। सोमवार को मौनी अमावस्या के पर्व पर कई श्रद्धालु ऐसे दिखे जो जिन्हें सहारा देकर संगम लाया गया था। अधिक संख्या में ऐसे भी श्रद्धालु रहे जो ट्राई साइकिल पर बैठकर त्रिवेणी स्नान के लिए आए।

रामजी की इच्छा को घर वालों ने किया पूरा
कुंभ में संगम तट पर आए रामजी का हाथ पैर सब असामान्य है। इस कारण से वह चल फिर नहीं सकते हैं। लेकिन उनकी इच्छा कुंभ स्नान की थी। घर वालों ने उनकी इच्छा पूरी की और भीड़ के बाद भी उन्हें लाकर त्रिवेणी संगम में स्नान कराया। रामजी के साथ आए परिवार के विकास का कहना है कि वह बचपन से ही ऐसे हैं और इसे भगवान का आशीर्वाद माना जाता है। आलम यह है कि उन्हें इस हाल में देख लोग मदद के लिए भी हाथ बढ़ा देते हैं। संगम तट पर भी ऐसे ही हुआ, यहां भी उन्हें देख श्रद्धालु मदद के लिए हाथ बढ़ाने लगे।

स्वामीनाथ भी ट्राइसाइकिल से आए
कुंभ में स्वामीनाथ ने भी और स्नान किया। बाबा स्वामीनाथ के साथ भी कई सदस्य आए थे और उनके ही सहयोग से त्रिवेणी स्नान का सपना पूरा हुआ। बाबा स्वामीनाथ का कहना है कि उनका शरीर विकसित नहीं हुआ है। इस वजह से वह हमेशा ट्राई साइकिल से चलते हैं और इसके लिए उन्हें सहयोगियों की मदद लीेनी पड़ती है। कुंभ स्नान के लिए भी सहयोगियों का प्रयास उनका सपना पूरा कराया है।

 

 

Posted By: Inextlive