प्रयागराज में शाही स्नान के साथ विश्व की धरोहर बन चुके कुंभ मेला का आगाज मंगलवार को हो गया है.

49 दिनों तक चलेगा मेला

10 फरवरी को पूरे हो जाएंगे तीनों शाही स्नान

21 जनवरी से शुरू होगा कल्पवास

17 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान के साथ होगा कल्पवास का समापन

5.5 किलोमीटर में बनाया गया है स्नान घाट

77 क्यूसेक है वर्तमान में गंगा का जलस्तर

1.25 करोड़ लोगों के आज स्नान को पहुंचने की संभावना

6.15 बजे श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्री पंचायती अटल अखाड़ा करेंगे शाही स्नान की शुरूआत

20 हजार सुरक्षाकर्मी लगाये गये हैं कुंभ मेला एरिया में

3200 हेक्टेयर में बसाया गया है मेला

संगम की रेती पर आबाद शहर में पहुंची लाखों की भीड़, 14 को ही बड़ी संख्या में लोगों ने किया स्नान

पब्लिक के पास पैदल चलने के अलावा नहीं होगा कोई आप्शन, प्रशासन-पुलिस ने कसी कमर

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PRAYAGRAJ: रेड कार्पेट तैयार है। पहले शाही स्नान के साथ विश्व की धरोहर बन चुके कुंभ मेला का आगाज मंगलवार को हो गया है। सोमवार को ही पहुंची लाखों की भीड़ ने एहसास करा दिया गया कि आने वाले दिनों में क्या स्थिति होने वाली है। बजे श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्री पंचायती अटल अखाड़ा ने सुबह 6.10 बजे संगम तट पर डुबकी लगाकर शाही स्नान की शुरुआत की। अखाड़ों के संन्यासियों के आने और जाने के लिए सेपरेट मार्ग बना दिया गया है। सभी अखाड़ों के लिए टाइमिंग निर्धारित कर दी गयी है कि कौन कब स्नान के लिए आएगा और कितना वक्त उसे घाट पर बिताने का मौका दिया जाएगा। मेला शुरू होने से एक दिन पहले ही प्रशासन ने करीब 50 लाख लोगों के संगम में डुबकी लगा लेने का दावा किया है।

काली मार्ग पर दिखा रेला
|हालांकि इस बार मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को है, लेकिन मान्यता के अनुसार संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है और इस परंपरा का निर्वहन करने वाले भी लाखों थे। सुबह से ही संक्रांति पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए खासतौर से श्रद्धालुओं का रेला संगम नोज की ओर जाता दिखाई दिया। गंगा मइया की जय, यमुना मइया की जय का जयकारा लगाते हुए श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। देर शाम तक रामघाट, दशाश्वमेध घाट, काली पाण्टून, त्रिवेणी पाण्टून, गंगोत्री-शिवाला पाण्टून के आसपास के घाटों पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। दिन में हुई प्रेस काफ्रेंस में कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, एसपी मेला ओपी सिंह, एडीजी एसएनसाबत, कमिश्नर आशीष गोयल आदि ने दावा किया कि प्रशासन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

रात दो बजे से शुरू हुआ पुण्य काल
सूर्य की मकर राशि की संक्रांति सोमवार की रात 2.19 बजे से शुरू हो गई। यानि देवगुरु बृहस्पति की राशि धनु को छोड़कर अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषाचायरें के अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी भी समय मकर संक्रांति होने पर संक्त्रांति का पुण्य काल दूसरे दिन सूर्योदय से दोपहर तक रहता है। इसलिए संक्राति पर्व व उदया तिथि में मंगलवार को स्नान होगा और दान-पुण्य का सिलसिला दोपहर तक चलता रहेगा। इस दिन उड़द, गेहूं, सोना, तिल, कंबल, लकड़ी व वस्त्र आदि का दान किया जाना शुभ फलदाई होता है। मान्यता है कि इस दिन महर्षि प्रवहरण को प्रयाग में प्रयाग में स्नान करने से पांच अमृत तत्वों की प्राप्ति हुई थी।

स्नान पर्व

15 जनवरी मकर संक्रांति पहला शाही स्नान

21 जनवरी पौष पूर्णिमा स्नान

04 फरवरी मौनी अमावस्या दूसरा शाही स्नान

10 फरवरी बसंत पंचमी तीसरा शाही स्नान

19 माघी पूर्णिमा स्नान

04 मार्च महाशिवरात्रि स्नान

हमारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शाही स्नान के लिए व्यवस्था हो चुकी है। अखाड़ों से बात हो चुकी है। इतने बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। हम अपना बेस्ट देंगे।

-विजय किरन आनंद कुंभ मेलाधिकारी

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। जल, थल और नभ से मॉनीटरिंग की जा रही है। पर्याप्त संख्या में जवान लगाये गये हैं। पुलिसकर्मियों को पब्लिक का सहयोग बनकर पेश आने की हिदायत दी गयी है।

-केपी सिंह डीआईजी-एसएसपी कुंभ मेला

Posted By: Inextlive