-कुंभ में पहली बार बडे़ पैमाने पर श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधा.

-भारत सरकार के डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के तहत उठाया गया कदम

नंबर गेम

12 करोड़ लोगों को दी जाएगी वाई-फाई सुविधा।

400 मीटर एरिया में लगाया गया है एक बॉक्स।

3200 हेक्टेयर में लगाए गए हैं 400 से अधिक बॉक्स।

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PRAYAGRAJ:
कुंभ में मोबाइल नेटवर्क कमजोर पड़ जाए तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। करोड़ों श्रद्धालुओं को वाई-फाई सुविधा दी जा रही है। यह शुरुआती एक घंटे फ्री रहेगी और इसके बाद नॉमिनल चार्ज लगेगा। भारत सरकार के डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सर्विस प्रोवाइडर का दावा है कि पूरी दुनिया में अभी तक इतने लोगों को एक साथ वाई-फाई सुविधा प्रदान नही की गई है।

बेहतर सिग्नल देने का दावा
डिजिटल इंडिया के अंतर्गत कंपनी हल्सबर्ग प्राइवेट लिमिटेड, रेल वायर के साथ मिलकर मेले को वाई-फाई जोन बना रही है। इसकेलिए 3200 हेक्टेयर मेले में सभी बीस सेक्टर्स में यह सुविधा दी जा रही है। कंपनी ने सरकार के साथ मेले में आने वाले 12 करोड़ लोगों को वाई-फाई सुविधा उपलब्ध कराने का करार किया है। मोबाइल फोन पर वाई-फाई क्लिक करते ही एचओ कुंभ फ्री और एचओ प्राइवेट का ऑप्शन दिखने लगता है। इनमें से जो चाहे लोग इस्तेमाल कर सकते हैं।

लगे हैं 400 से अधिक बॉक्स
कुंभ को वाई-फाई बनाने से पहले मेला एरिया का एनालिसिस किया गया। देखा गया कि कौन से एरिया में कितनी फुटफालिंग है। एग्जाम्पल के तौर पर सेक्टर सात और सेक्टर नौ में अधिक रश नहीं है इसलिए डेटा का कम इस्तेमाल होगा। जबकि अखाड़ा वाले 16 नंबर सेक्टर में सर्वाधिक डेटा इस्तेमाल है। इसलिए यहां अधिक बॉक्स लगाए गए हैं। बता दें कि आमतौर पर 400 मीटर एरिया में एक बॉक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके जरिए वाई-फाई सुविधा दी जाती है।

पहले टेस्ट करो, फिर दो चार्ज

-एचओ कुंभ फ्री पर क्लिक करते ही मोबाइल फोन वाई-फाई सुविधा से कनेक्ट हो जाता है।

-शुरुआती एक घंटे तक इसका फ्री यूज कर सकते हैं।

-इसके बाद दस रुपए प्रति 24 घंटे और 50 रुपए वीकली जैसा नॉमिनल चार्ज होगा।

-इसको यूजर पेटीएम के जरिए पेमेंट कर सकता है।

-मेले में आने वालों को कंपनी की ओर से यूजर कूपन भी दिया जा रहा है।

वर्जन

इतने बडे़ मेले को वाई-फाई जोन बनाना बहुत चैलेंज भरा था। लेकिन इसे पूरा कर लिया गया है। मेले के अंत तक लोगों को बेहतर सिग्नल के साथ सुविधा दी जा रही है। विश्व में ऐसा पहली बार किया गया है।

-अमन पाराशर, ऑपरेशन हेड, हल्सबर्ग प्राइवेट लिमिटेड

 

 

Posted By: Inextlive