प्रयागराज कुंभ 2019 : भारतीय संस्कृति और परंपरा के साथ होगा प्रवासी भारतीयों का स्वागत
टेंट सिटी हुई तैयार, मॉरीशस के पीएम प्रविंद्र जगन्नाथ भी पहुंचेंगे
पीएम नरेंद्र मोदी के भी आने की संभावना, छावनी में बदला एरियाअरैल मोड़ से टेंट सिटी तक पूरे रास्ते की हुई खूबसूरत सजावटprayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: विश्व के कोने-कोने में जाकर बस चुके भारतीय गुरुवार को प्रवासी भारतीय के रूप में संगमनगरी प्रयागराज पहुंचेंगे। उनका स्वागत भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार किया जाएगा। इसकी तैयारी इंद्रप्रस्थम टेंट सिटी में की गई है। प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए अरैल एरिया को भव्य तरीके से सजाया गया है। टेंट सिटी भी पूरी तरह से सज-संवर कर तैयार है। मंगलवार की दोपहर बाद ही इंद्रप्रस्थम टेंट सिटी छावनी में तब्दील हो गया। बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी जवानों ने उसके चारों ओर डेरा डाल दिया।
आएंगे तीन हजार एनआरआई
करीब तीन हजार प्रवासी भारतीय प्रयागराज पहुंचेंगे। इनमें मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जगन्नाथ भी शामिल होंगे। मॉरीशस के पीएम का प्रयागराज आना तय हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज आएंगे या नहीं अभी ये तय नहीं है। लेकिन टेंट सिटी की सुरक्षा व्यवस्था प्रधानमंत्री के आगमन की संभावना को देखते हुए ही की जा रही है। जो प्रवासी भारतीय प्रयागराज पहुंचेंगे उनमें कई बड़े बिजनेस मैन, साइंटिस्ट, डॉक्टर और दुनिया भर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके सैकड़ो इंजीनियर शामिल होंगे।
वीआईपी मूवमेंट के लिए 24 जनवरी को अरैल का एरिया आम पब्लिक के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए अरैल के कल्पवृक्ष गेट से टेंट सिटी तक रोड के दोनों साइड बल्ली लगाकर बैरिकेडिंग की गई है। रोड किनारे के पेड़ों की पेंटिंग भी की गई है।बढ़ा दी गई सुरक्षा
प्रवासी भारतीयों के आगमन को देखते हुए मंगलवार को ही टेंट सिटी की ओर जाने वाले रास्ते पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। करीब एक किलोमीटर पहले ही बैगेज स्कैनर लगाया गया है। वहां चेकिंग कराए बगैर कोई भी बाहरी व्यक्ति कोई सामान नहीं ले जा सकता है। प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा के लिए करीब 200 से अधिक एसआई, 300 से अधिक पुलिस के जवानों को लगाया गया है।
कड़ी सुरक्षा में आएंगे
प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा के लिए जबर्दस्त इंतजाम किए गए हैं। प्रवासी भारतीय जिस बस से प्रयागराज पहुंचेंगे और मेला एरिया में इंट्री करेंगे। उस बस में एक मजिस्ट्रेट और एक सीओ के साथ कमांडो होंगे। बसों के काफिले के आगे और पीछे पुलिस एस्कोर्ट होगी। जिन थाना क्षेत्रों से होकर वे गुजरेंगे वहां की पुलिस अलर्ट रहेगी। एसटीएफ और एटीएस की टीम भी निगरानी में तैनात रहेगी।